इसलिए बढ़ी महंगाई
उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, खाद्य वस्तुओं, खनिजों, मशीनरी व उपकरण, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक, ऑप्टिकल उत्पादों, मोटर वाहन, अन्य परिवहन उपकरणों आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण थोक महंगाई बढ़ी है। खाद्य वस्तुओं की महंगाई नवंबर में 8.18 प्रतिशत बढ़ी, जो अक्टूबर में 2.53 प्रतिशत थी। खुदरा महंगाई के बाद नवंबर में 0.26 प्रतिशत बढ़ी थोक महंगाई दर, खाद्य थोक महंगाई सालाना आधार पर 8.18 प्रतिशत बढ़ी जो अक्टूबर में सिर्फ 2.53 बढ़ी थी।
2023-24 में ऐसे बढ़ी-घटी महंगाई दर
माह खुदरा महंगाई थोक महंगाई
अप्रेल 4.70 प्रतिशत -0.92 प्रतिशत
मई 4.25 प्रतिशत -3.48 प्रतिशत
जून 4.81 प्रतिशत -4.12 प्रतिशत
जुलाई 7.44 प्रतिशत -1.36 प्रतिशत
अगस्त 6.83 प्रतिशत -0.52 प्रतिशत
सितंबर 5.02 प्रतिशत -0.07 प्रतिशत
अक्टूबर 4.87 प्रतिशत -0.52 प्रतिशत
नवंबर 5.55 प्रतिशत 0.26 प्रतिशत
खाने-पीने की चीजों के बढ़े दाम
उत्पाद महंगाई
अनाज 7.12 प्रतिशत
धान 10.44 प्रतिशत
गेहूं 2.55 प्रतिशत
दाल 21.64 प्रतिशत
सब्जियां 10.44 प्रतिशत
प्याज 101.24 प्रतिशत
फल 8.37 प्रतिशत
दूध 7.95 प्रतिशत
(एक साल में बढ़ी थोक कीमतें)
इतनी रही थोक महंगाई
प्राइमरी गुड्स 4.76 प्रतिशत
ईंधन -4.61 प्रतिशत
उत्पादित वस्तुएं -0.64 प्रतिशत
फूड इंडेक्स 4.69 प्रतिशत
फिर बढ़ी थोक खाद्य महंगाई
सितंबर 3.79 प्रतिशत
अक्टूबर 2.53 प्रतिशत
नवंबर 8.18 प्रतिशत