15 बैठकें होंगी आयोजित
सरकार ने शीतकालीन सत्र की 15 बैठकों के लिए एक भारी विधायी एजेंडा पेश किया है, जिसमें औपनिवेशिक युग के आपराधिक कानूनों के स्थान पर लाए गए प्रमुख विधेयक, निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के लिए एक रूपरेखा प्रदान करने से संबंधित विधेयक शामिल है। संसद में ‘सवाल पूछने के लिए पैसे लेने’ से संबंधित शिकायत पर मोइत्रा को निचले सदन से निष्कासित करने की सिफारिश करने वाली लोकसभा की आचार समिति की रिपोर्ट भी सत्र के पहले दिन सोमवार को सदन में पेश किए जाने के लिए सूचीबद्ध है।
सत्र में भाग लेने से पहले होगी विपक्ष नेताओं की बैठक
बता दें कि विपक्ष के नेता सोमवार से शुरु हो रहे संसद की शीतकालीन सत्र में शामिल होने से पहले एक बैठक करेंगे। यब बैठक कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जन खड़गे के संसद में मौजूद ऑफिस में होगा। यहां वह सरकार को घेरने के लिए अपनी रणनीतियों को नए सिरे से तैयार करेंगे। वहीं, शीतकालीन सत्र के बारे में पूछे जाने पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘अगर विपक्ष संसद को बाधित करता है तो उसे रविवार से भी बुरे नतीजों का सामना करना पड़ेगा।’
महुआ के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई
सरकार की तरफ से जो विधायी एजेंडा पेश किया गया है उसके मुताबिक सरकार सोमवार को कैश फॉर क्वैरी मामले में फंसी महुआ के खिलाफ निचले सदन से निष्कासित करने की सिफारिश करने वाली लोकसभा की आचार समिति की रिपोर्ट पेश करने के साथ कार्रवाई कर सकती है। वहीं, विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता है। उम्मीद जताई जा रही है कि महुआ के खिलाफ कार्रवाई को लेकर संसद में जोरदार हंगामा हो सकता है।
विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी का मुद्दा उठा सकता है विपक्ष
वहीं, विपक्ष शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद में विपक्षी नेताओं के खिलाफ हो रही ED की छापेमारी और उनकी गिरफ्तारी का मुद्दा उठा सकता है। इसके साथ ही रक्षा मंत्री और लोकसभा में उप नेता राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने मोइत्रा को सदन से निष्कासित करने का कोई भी निर्णय लेने से पहले आचार समिति की रिपोर्ट पर लोकसभा में चर्चा कराने की मांग की थी। विपक्षी नेताओं ने पुराने आपराधिक कानूनों के स्थान पर लाए जा रहे तीन विधेयकों के अंग्रेजी में नाम, मंहगाई, जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग और मणिपुर पर चर्चा की मांग की थी।