नई सरकार का शपथ ग्रहण 9 या 10 को
लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार का शपथ ग्रहण नौ या 10 जून को हो सकता है। शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू हो गई हैं। दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने शपथ ग्रहण समारोह की सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था को लेकर सोमवार को बैठक की। न्यूज एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट में एक आला अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि समारोह राष्ट्रपति भवन में होना है और उसी के अनुसार व्यवस्थाएं की गई हैं लेकिन आयोजन स्थल बदलता है तो उसके अनुसार जरूरी व्यवस्थाएं की जाएंगी। सूत्रों के मुताबिक समारोह में एक दर्जन विदेशी गणमान्य मेहमानों समेत करीब 10,000 लोग आमंत्रित किए जाएंगे।मंजूर है इल्जाम लगाओ मगर शर्त इतनी है सबूत साथ होंः राजीव कुमार
देश के इतिहास में पहली बार आम चुनाव के मतदान खत्म होने के बाद आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस कर विपक्ष के उठाए सवालों का जवाब दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने विपक्ष के सवालों को बेबुनियाद बताते हुए शेरो-शायरी से जवाब देते हुए कहा- मंजूर है इल्जाम लगाओ मगर शर्त इतनी है सबूत साथ हों…। विपक्ष की आशंकाओं के बीच आयोग ने फिर स्पष्ट किया है कि बैलेट पेपर की गिनती ईवीएम की गिनती से पहले ही होगी। हर राउंड के नतीजे भी बताए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इस दौरान पत्रकारों के सवालों पर जरूर माना कि इतनी गर्मी में चुनाव नहीं कराए जाने चाहिए। राजीव कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लर्निंग (सीख) बताते हुए कहा, “चुनाव हमें एक महीने पहले खत्म कर देना था। इतनी गर्मी में नहीं करना चाहिए था। ये हमारी पहली लर्निंग है।” उन्होंने वीकेंड के दिनों में भी मतदान नहीं कराए जाने की बात भी मानी।
मुख्य चुनाव आयोग ने बगैर हिंसा के देश भर में चुनाव को बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि रेकॉर्ड 64.2 करोड़ मतदाताओं ने चुनाव में हिस्सा लेकर विश्व रेकॉर्ड बनाया है। यह सभी जी7 देशों के मतदाताओं का डेढ़ गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का ढाई गुना है।
शक का इलाज हकीम लुकमान के पास नहीं
मुख्य चुनाव आयुक्त जयराम रमेश ने विपक्ष के आरोपों को बेबुनियाद ठहराया। उन्होंने कांग्रेस नेता जयराम रमेश के आरोपों पर तंज कसते हुए कहा- शक का इलाज तो हकीम लुकमान के पास भी नहीं है। जयराम रमेश ने गृहमंत्री शाह पर 150 कलेक्टर को फोन पर धमकाने का आरोप लगाया था। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हमने फेक न्यूज रोकी, लेकिन खुद पर होने वाले हमले नहीं रोक पाए।चुनाव के दौरान आयोग का एक्शन
- मुख्यमंत्रियों के कार्यालय में तैनात नेताओं के रिश्तेदारों को हटाया गया।
- 4.56 लाख शिकायतें सी विजिल ऐप पर मिलीं, जिसमें 99.9 प्रतिशत का निस्तारण।
- 10 हजार करोड़ रुपए मूल्य के कैश, शराब आदि सामानों की हुई बरामदगी।
- चुनाव के दौरान 4391 करोड़ के ड्रग्स बरामद हुए।
- देश में सिर्फ 39 स्थानों पर ही रिपोल हुए, जबकि 2019 में 540 स्थानों पर दोबारा चुनाव हुए।
सीईसी की मुख्य बातें
- मतदान का रेकॉर्डः सीईसी के अनुसार, इस चुनाव में 64.2 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जो एक रेकॉर्ड है और महिला मतदाताओं ने चुनाव में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
- आयोग को सीखः एक भीषण गर्मी के मौसम को देखते हुए यह चुनाव एक माह पहले पूरा करा लेना चाहिए था। दूसरी, व्यवस्थाओं के बारे में अनर्गल प्रचार से निपटने की जरूरत है। इसमें पैटर्न दिखा है।
- हेराफेरी की गुंजाइश नहींः मतगणना में हेराफेरी की कोई भी आशंका नहीं है, क्योंकि इसकी निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की पहले से व्यवस्थाएं लागू हैं। उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाएगा।
प्रक्रिया तयः पहले गिनती के लिए डाक मतपत्र लिए जाते हैं, उसके बाद ईवीएम की गिनती शुरू होती है। उसके बाद (विधानसभा क्षेत्रवार) पांच-पांच वीवीपैट की गणना की जाती है। सारी प्रक्रिया निर्विवाद होती है। - सुझावों को मानाः मतगणना खत्म होने के बाद भी चुनाव प्रक्रिया की जांच की गुंजाइश होती है। आयोग की ओर से विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों की ओर से आए सुझावों का समाधान किया गया।
जयराम को नहीं मिला समय, कार्रवाई करेगा आयोग
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के महासचिव एवं मीडिया प्रभारी जयराम रमेश की उस अर्जी को सोमवार को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने 150 संसदीय क्षेत्रों के जिला अधिकारियों को प्रभावित करने के अपने बयान के संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए आयोग से समय एक सप्ताह बढ़ाने की मांग की थी। आयोग ने कहा कि यदि वह शाम सात बजे तक अपने आरोप के संबंध में सबूत प्रस्तुत नहीं करते तो माना जाएगा कि उनके पास अपनी बात सिद्ध करने के लिए कुछ नहीं है। ऐसी स्थिति में वह जयराम के खिलाफ समुचित कार्रवाई करेंगे। जयराम ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मतगणना के पहले जिलाधिकारियों को धमका रहे हैं।एफएक्यूज
1- मतगणना कब से शुरू होगी?सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू होगी।
2- पोस्टल बैलेट की गिनती कब होगी?
सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती होगी। आधे घंटे बाद ईवीएम के वोटों की गिनती होगी।
3- चरणवार परिणाम कब से मिलने लगेंगे?
अमूमन एक राउंड की गिनती 15 मिनट तक चलेगी। हर 15 मिनट पर एक-एक चरण के परिणाम आने लगेंगे।
4- अंतिम परिणाम कब से आने लग जाएंगे?
हर सीट का आकार अलग-अलग होता है। औसतन एक सीट पर 27 राउंड की गणना होती है। इस प्रकार देखें तो करीब सात घंटे में एक सीट के रिजल्ट आ सकते हैं।
5- पिछली बार रिजल्ट के कितने दिनों बाद शपथ ग्रहण हुआ था?
2019 में 23 मई को नतीजे आए थे और 6 दिन बाद 30 मई को सरकार का शपथ ग्रहण हुआ था।
6- चुनाव परिणाम हम बताने के लिए अधिकृत वेबसाइट कौन है?
रुझान और नतीजे भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर यूआरएल https://results.eci.gov.in/ के साथ-साथ वोटर हेल्पलाइन ऐप, आइओएस और एंड्रॉइड मोबाइल ऐप दोनों पर उपलब्ध होंगे।
7- और कहां-कहा दिखेंगे परिणाम?-
पत्रिका की वेबसाइट (patrika.com) और पत्रिका टीवी (youtube.com/@RajasthanPatrikaTV) पर परिणाम के साथ विश्लेषण भी देखे जा सकते हैं।
- दूरदर्शन पर सुबह छह बजे से और आकाशवाणी पर सुबह सात बजे से प्रसारण शुरू हो जाएगा जो मतगणना के पूरी तरह से संपन्न होने तक चलेगा। प्रसार भारती के मुख्यालय के बाहर लाउडस्पीकर से भी मतगणना प्रसारण किया जाएगा।