scriptकौन है यह पूर्व आईपीएस अधिकारी जिन्हें जनता गुड़ से तौल रही है, क्यों दलित यूथ इनके हैं दीवाने | Who is ex IPS officer RS Praveen Kumar who is south BSP face | Patrika News
राष्ट्रीय

कौन है यह पूर्व आईपीएस अधिकारी जिन्हें जनता गुड़ से तौल रही है, क्यों दलित यूथ इनके हैं दीवाने

तेलंगाना के पूर्व आईपीएस और दलित नेता आर एस प्रवीण का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन्हें एक तराजू पर बिठाकर जनता उन्हें गुड़ से तौल रही है। प्रवीण कुमार स्वैरो (SWAERO) नाम का संगठन भी चलाते हैं। आइए जानते हैं कौन हैं आर एस प्रवीण जिन्होंने भारतीय प्रशासनिक विभाग की चमकदार नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा?

Feb 24, 2024 / 07:15 pm

स्वतंत्र मिश्र

rs_praveen_kumar_1.jpg

रेपल्ले शिवा प्रवीण कुमार जो आर. एस. प्रवीण कुमार के नाम से तेलंगाना के आदिवासी, दलित और पिछड़ों के दिलों पर राज करते हैं। वह पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं। आरएस प्रवीण कुमार आम जनता या युवकों के बीच रहते हैं और बेहद आम लोगों की व्यवहार करते हैं। लंबे और मजबूत कद काठी के इस शख्स की आए दिन खजूर या ताड़ के पेड़ पर चढ़कर रस उतारने की फोटो वायरल होती ही रहती है। आर एस प्रवीण कुमार को मायावती ने वर्ष 2021 में BSP पार्टी से जोड़ा और उन्हें 2023 में तेलंगाना चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरा भी बनाया था। प्रवीण कुमार तेलंगाना सरकार के सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी और तेलंगाना ट्राइबल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी के सचिव के रूप में अपने बेहतरीन कार्यों के लिए जाने जाते हैं। प्रवीण कुमार को राष्ट्रपति पुलिस पदक मिल चुका है। वर्ष 2021 में पुलिस विभाग की नौकरी छोड़कर बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन किया।

rs_praveen_2.jpg

‘अपमान और सामाजिक भेदभाव में गुजरा बचपन’

प्रवीण कुमार के माता-पिता दोनों ही शिक्षक थे। प्रवीण कहते हैं कि उनका बचपन गरीबी, अपमान और सामाजिक भेदभाव में गुजरा। हालांकि माता-पिता ने हमेशा उन्हें आगे बढ़ने का हौसला दिया। प्रवीण कुमार ने हावर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और 1995 में आईपीएस ऑफिसर बने।

भारतीय प्रशासनिक सेवा से 2021 में लिया वीआरएस

2021 में प्रवीण कुमार ने अचानक वीआरएस लेने का ऐलान किया और उन्होंने कहा कि वह सामाजिक कार्य करेंगे। उनके अनुसार दलित शब्द दमन का प्रतीक है। वह एक स्वैरो (SWAERO) नाम का संगठन भी चलाते हैं। इसमें SW यानी सोशल वेलफेयर और Aero का मतलब आकाश है। वह इसकी व्याख्या करते हुए कहते हैं कि जिन लोगों ने सामाजिक अपमान झेला अब उनके उठ खड़े होने का वक्त आ गया है। इस संगठन के लिए काम करने वालों को सामाजिक कल्याण का काम करना है और हाशिये पर खड़े लोगों को आकाश की ऊंचाई तक पहुंचाना है। इस संगठन से दलित, ओबीसी और पिछड़े समुदायों से आने वाले आईएएस, आईपीएएस या बड़े अधिकारी जुड़े हैं जो संगठन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हर तरह से मदद करते हैं।

https://twitter.com/hashtag/SammakkaSarakka?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw

बच्चों की बेहतरी के लिए कई काम किए

आर एस प्रवीण जब तेलंगाना सरकार में सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी और तेलंगाना ट्राइबल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी के सचिव थे तब उन्होंने तेलंगान के कई सरकारी स्कूलों में बच्चों की बेहतरी के बेहद शानदार काम किया। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे खेतिहर या पशुपालक या दिहाड़ी मजदूरों के होते हैं। इन बच्चों में आत्मविश्वास भरने के लिए स्कूलों में शीशे लगवाए जिनके आगे खड़े होकर बच्चे अंग्रेजी में बात करते थे। इन स्कूलों में एक नक्शा लगा होता था जिसमें यह दर्शाया गया था कि बच्चों आपको यहां से पढ़कर उच्च शिक्षा के कोलंबिया या हावर्ड यूनिवर्सिर्टी जाने का लक्ष्य रखना है। मालूम हो कि दिल्ली सरकार में सरकारी स्कूलों की बेहतरी का कार्य शुरू करने से पहले आप सरकार ने एक टीम तेलंगाना भेजी थी।

समाज के लोगों के दिलों में ऐसे बनाई जगह

प्रवीण कुमार तेलंगाना में लगभग 300 समाज कल्याण आवासीय शिक्षण संस्थान चलाते हैं। इनमें 2.5 लाख से अधिक छात्र पढ़ते हैं। कई छात्रों ने IIT और IIM जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के अलावा शीर्ष इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों, अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय और अशोका विश्वविद्यालय जैसे निजी विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्राप्त किया।

यह भी पढ़ेंLakhpati Didi Yojna: आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं ‘लखपति दीदियां’, राजस्थान, बिहार, बंगाल, यूपी और अन्य राज्यों में क्या है हाल

Hindi News / National News / कौन है यह पूर्व आईपीएस अधिकारी जिन्हें जनता गुड़ से तौल रही है, क्यों दलित यूथ इनके हैं दीवाने

ट्रेंडिंग वीडियो