संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले 6 लोगों में से एक और इस पूरे हमले का मास्टर माइंड ललित अब पुलिस की गिरफ्त में है। गुरुवार देर रात उसने दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। संसद में सेंधमारी करने के बाद ललित अपने साथियों का फोन लेकर राजस्थान भाग गया था। यहां पर सबसे पहले उसने सेंधमारी का वीडियो एक NGO के साथ शेयर किया। जानकारी के मुताबिक राजस्थान के कुचामन भागने के बाद ललित ने अपने दोस्त महेश के साथ अपने कई साथियों के मोबाइल फोन भी जला दिए थे। इसके बाद वापस आकर उसने सरेंडर कर दिया।
राजस्थान में जलाया फोन
पुलिस ने इस पूरे मामले में जो जानकारी दी है उसके मुताबिक ललित हमले के बाद राजस्थान के कुचामन जाकर शरण ली। उसके बाद उसने अपने सभी साथियों का फोन इसलिए जला दिया क्योंकि उसके पूरे गैंग को यकीन था कि इस घटना के बाद जब सभी पकड़े जाएंगे तो उनका फोन जब्त होगा। ऐसे में महत्वपूर्ण जांच विवरण पुलिस के हाथ न लगे इसलिए उन्होंने फोन को जला दिया।
राजस्थान से दिल्ली आकर किया सरेंडर
वहीं, इन सभी घटनाओं को अंजाम देने में ललित के चचेरे भाई महेश ने उसकी पूरी मदद की। उसे होटल में कमरा दिलाया, उसे फोन जलाने और फिर उसे दिल्ली जाने में पूरी मदद की। पुलिस को जैसे ही इस बात का पता चला उन्होंने कैलाश और उसके साथी को हिरासत में लेकर जांच शुरु कर दी है। पुलिस को आंशका है कि संसद में हमले का कोई न कोई बाहरी कनेक्शन जरूर है।
प्रधानमंत्री मोदी को ‘एक लापता व्यक्ति’ घोषित किया
पुलिस के वकीलों ने मुकदमे में यह दावा किया कि सभी आरोपी एक पर्चा साथ लाए थे, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को एक लापता व्यक्ति घोषित किया गया था और उसमें यह भी कहा गया था कि जो व्यक्ति उन्हें ढूंढेगा, उसे स्विस बैंक से पैसे दिए जाएंगे।