23 अगस्त 2023 को इंडिया के Chandrayaan-3 ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरकर इतिहास रत दिया। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी BRICS समिट में भाग लेने के लिए साउथ अफ्रीका के दौरे पर गए हुए थे। लेकिन आज जैसे ही वह देश लौटे आज सुबह ISRO मुख्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए घोषणा करते हुए कहा कि भारत का लैंडर विक्रम जहा उतरा है उसे शिव शक्ति के नाम से जाना जाएगा।
प्रधानमंत्री के इस एलान के बाद कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा और प्रधानमंत्री पर हिंदू-मुसलमान करने का आरोप लगाया। इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को जवाहर प्वाइंट की याद दिला दी। आइए जानते है आखिर क्या है ये जवाहर प्वाइंट और चांद पर कोई देश कैसे नाम रख सकता है?
कैसे रखा जाता है नाम?
वैसे तो अंतरिक्ष में किसी भी चीज का नाम रखने के अलग नियम है। लेकिन आमतौर पर जब कोई देश चांद या किसी ग्रह पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराता है तो अपने हिसाब से नाम रखता है। जैसे भारत का पहला चंद्रयान-1 का मून इम्पैक्ट प्रोब (MIP) 14 नवंबर 2008 को चांद की सतह पर क्रैश-लैंड हुआ।
लैंडिंग की जगह चांद के दक्षिणी ध्रुव में मौजूद Shackleton क्रेटर के पास रही। चूंकि उस दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन होता है, इसलिए सरकार ने इम्पैक्ट साइट का नाम ‘जवाहर पॉइंट’ रखा गया। उसी तरह चंद्रयान-3 के चांद पर पहुंचने पर उसे शिव शक्ति नाम दिया गया
प्रधानमंत्री चांद के मालिक नहीं- कांग्रेस
चंद्रयान 3 के लैंडिंग प्वाइंट का नाम ‘शिवशक्ति’ रखने पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी भड़क गए। एक निजी चैनल से बातचीत में कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी ने लैंडिंग प्वाइंट का नाम ‘शिव शक्ति’ कैसे रखा, वह चांद के मालिक नहीं हैं। अल्वी ने कहा कि मोदी के इस नामकरण के बाद दुनिया हम पर हंसेगी।
भाजपा ने याद दिलाया जवाहर प्वाइंट
कांग्रेस के निशाना साधने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि अगर केंद्र में UPA की सरकार होती तो वह चंद्रयान 2 और 3 कभी नहीं भेजती और अगर भेजती तो उसका नाम इंदिरा पॉइंट और राजीव पॉइंट रखा होता। प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान 1का जवाहर पॉइंट, चंद्रयान 2: का तिरंगा प्वाइंट और चंद्रयान 3 का शिवशक्ति प्वाइंट नाम रखा है। वहीं, पीएम मोदी भारत को पहले स्थान पर रखते हैं वहीं, यूपीए परिवार को। भाजपा सरकार में लैंडर को विक्रम साराभाई के नाम पर विक्रम लैंडर कहा गया।
प्रधानमंत्री ने की घोषणाएं
ISRO की सफलता पर बधाई देने के लिए आज सुबह बेंगलुरु पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने ISRO हेड ऑफिस में 23 अगस्त को ‘नेशनल स्पेस डे’ घोषित किया और चंद्रयान 2 के लैंडिंग प्वाइंट का नाम तिरंगा रखने के साथ ही चंद्रयान 3 के लैंडिंग प्वाइंट का नाम ‘शिव शक्ति’ रखा।
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