क्या है Artificial intelligence? कृत्रिम बुद्धिमता ( Artificial intelligence ) दुनिया की श्रेष्ठ तकनीकों में से एक है। इस तकनीक की सहायता से ऐसा सिस्टम तैयार किया जा सकता है जो मानव बुद्धिमत्ता यानी इंटेलिजेंस के बराबर होगा। इस तकनीक के माध्यम से अल्गोरिदम सीखने, पहचानने, समस्या-समाधान, भाषा, लाजिकल रीजनिंग, डिजिटल डेटा प्रोसेसिंग,बायो.इंफार्मेटिक्स तथा मशीन बायोलाजी को आसानी से समझा जा सकता है। यह तकनीक खुद सोचने, समझने और कार्य करने में सक्षम है। पहली बार 1955 में जॉन मेकार्थी ने आधिकारिक तौर पर इस तकनीक को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नाम दिया था। जॉन मेकार्थी अमरीकी कंप्यूटर वैज्ञानिक थे। मशीनों को स्मार्ट बनाने के लिए उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टर्म का इस्तेमाल किया था।
2024: 554.3 बिलियन डॉलर हो जाएगा एआई का कारोबार इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन ( IDC ) वर्ल्डवाइड सेमेनुअल की हालिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिपोर्ट ( Artificial Intelligence Report ) के मुताबिक सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और सेवाओं सहित का राजस्व 2021 में 16.4% बढ़कर 327.5 बिलियन डॉलर होने की संभावना है। 2024 तक $554.3 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है।
एआई के फायदे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( Artificial intelligence ) तकनीक से देश के मेडिकल और बीमा सेक्टर को सबसे ज्यादा लाभ होने वाला है। इस तकनीक से एक्सरे रीडिंग जैसे तमाम काम आसान हो जाएंगे। डॉक्टर्स को अनुसंधान में मदद मिलेगी। इसकी मदद से मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज किया जा सकेगा। स्पोर्ट्स के क्षेत्र को भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बहुत फायदा होगा। खिलाड़ी इस तकनीक के जरिए अपनी परफॉर्मेंस पर नजर रख सकेंगे। इसके अलावा लोगों को तकनीक से खेल को आसानी से समझने की सुविधा मिलेगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से स्कूल और कॉलेज से लेकर कृषि के क्षेत्र से जुड़े लोगों की जिंदगी में भी बड़ा बदलाव आने वाला है।
Artificial intelligence के नुकसान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से सबसे ज्यादा बेरोजगारी बढ़ेगी, क्योंकि आने वाले वक्त में इंसानों की जगह मशीनों से काम कराया जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से मानव जाति का अंत हो सकता है, क्योंकि रोबोट्स इस तकनीक के जरिए अपने आप को विकसीत करके खुद खतरनाक हथियार बना सकते हैं।