प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए 10,000 से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया है। देश भर के भाजपा नेताओं ने अयोध्या में समारोह की सार्वजनिक स्क्रीनिंग का आयोजन किया है। कार्यक्रम का आयोजन करने वाले मंदिर ट्रस्ट ने कई विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया था, लेकिन उन्होंने इस कार्यक्रम से दूर रहने का फैसला किया। जहां कुछ ने भाजपा पर धार्मिक आयोजन का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है, वहीं अन्य ने कहा है कि वे बाद में मंदिर जाएंगे। तो फिर, सवाल यह है कि आज प्राण प्रतिष्ठा के दिन क्या कर रहें हैं प्रमुख विपक्षी नेता आइए जानते हैं
राहुल गांधी असम में हैं
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए पूर्वोत्तर में मौजूद कांग्रेस नेता राहुल गांधी का 15वीं सदी के समाज सुधारक श्रीमंत शंकरदेव की जन्मस्थली बताद्रवा थान जाने का कार्यक्रम है। राहुल ने कहा है कि उन्हें मंदिर में जाने से रोका जा रहा है। उन्होंने पाबंदियों पर सवाल उठाते हुए पूछा, ‘हम मंदिर जाना चाहते हैं। मैंने क्या अपराध किया है कि मैं मंदिर नहीं जा सकता’ इससे पहले असम के भाजपा मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और कांग्रेस नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी। सरमा ने गांधी से आग्रह किया है कि वे बताद्रवा थान का दौरा करने से बचें ताकि टीवी चैनल एक तरफ राम मंदिर समारोह और श्री गांधी का दौरा दिखाएंगे। दूसरी ओर श्रीमंत शंकरदेव का जन्मस्थान। सरमा का कहना है कि यह असम के लिए अच्छा नहीं होगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी सोनिया गांधी के साथ अयोध्या कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया था। वे भी अब पूर्वोत्तर से गुजरने वाली राहुल गांधी की यात्रा में शामिल हैं।
ममता बनर्जी कर रहीं ‘सर्व-विश्वास रैली’
जब अयोध्या में समारोह शुरू होगा उस समय बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी धार्मिक सद्भाव का आह्वान करते हुए कोलकाता में एक समानांतर रैली करेंगी। ममता बनर्जी को भी अयोध्या कार्यक्रम के लिए निमंत्रण मिला है। वह ‘सर्व-विश्वास रैली’ के आयोजन से पहले पूजा करने के लिए प्रतिष्ठित कालीघाट मंदिर जाएंगी। भाजपा ने उन पर अयोध्या कार्यक्रम से ध्यान भटकाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
आप दिल्ली में करा रही कई कार्यक्रम
अयोध्या में कार्यक्रम के चलते आज दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP द्वारा कई कार्यक्रमों की किए जाएंगे। इसमें शोभा यात्रा, भंडारा, सुंदर कांड पाठ और आरती शामिल हैं। इन कार्यक्रमों में पार्टी के मंत्री, विधायक और पार्षद हिस्सा लेंगे। आप नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले कहा था कि उन्हें इस कार्यक्रम के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि है कि कार्यक्रम में बहुत सारे वीआईपी और वीवीआईपी आएंगे और सुरक्षा कारणों से केवल एक व्यक्ति को अनुमति दी जाएगी। मैं वहां अपनी पत्नी, बच्चों और मेरे साथ आना चाहता हूं।
तमिलनाडु में चल रहा डीएमके बनाम बीजेपी
एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक ने स्पष्ट कर दिया है कि वह “मस्जिद को ध्वस्त करने के बाद मंदिर के निर्माण से सहमत नहीं है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि तमिलनाडु में सत्तारूढ़ दल अयोध्या कार्यक्रम की सार्वजनिक स्क्रीनिंग की अनुमति देने से इनकार कर रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरोप लगाया है कि तमिलनाडु सरकार ने अयोध्या राम मंदिर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने पर “प्रतिबंध” लगा दिया है।
शरद पवार, लालू यादव, उद्धव ठाकरे समेत इन नेताओं ने बनाई दूरी
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने उन्हें आमंत्रित करने के लिए मंदिर ट्रस्ट को धन्यवाद दिया है। साथ ही कहा है कि वह समारोह के बाद जब कम भीड़ होगी तो वह अयोध्या मंदिर का दौरा करेंगे। उनके समकालीन और राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक लालू यादव भी इस कार्यक्रम से दूर रहेंगे। वहीं समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा है कि वह प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अपने परिवार के साथ मंदिर जाएंगे। उन्होंने भी आमंत्रण के लिए आयोजकों को धन्यवाद दिया है।
शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे भी अयोध्या कार्यक्रम से दूर रहेंगे। उनके सहयोगी और पार्टी नेता संजय राउत ने कहा है कि श्री ठाकरे नासिक के कालाराम मंदिर में पूजा करेंगे और गोदावरी नदी तट पर ‘महाआरती’ करेंगे। सीपीएम ने पहले ही कह दिया था कि वह इस कार्यक्रम में भाग नहीं लेगी।