थाली की लागत में उतार-चढ़ाव
जून से दिसंबर तक थाली की लागत के आँकड़ों पर नजर डालें:—जून में वेज थाली की कीमत 29.4 रुपए और नॉन-वेज थाली 58 रुपए रही।
—जुलाई में वेज थाली 32.6 रुपए पर पहुंची, जबकि नॉन-वेज थाली 61.4 रुपए तक महंगी हुई।
—अगस्त और सितंबर में वेज थाली की कीमत 31.2 रुपए और 31.3 रुपए पर स्थिर रही, जबकि नॉन-वेज थाली 59.3 रुपए पर रही।
—अक्टूबर में थोड़ी राहत के बाद नवंबर में वेज थाली 32.7 रुपए और नॉन-वेज थाली 61.5 रुपए पर पहुंच गई।
—दिसंबर में वेज थाली की कीमत 31.6 रुपए और नॉन-वेज थाली 63.3 रुपए रही।
प्याज और टमाटर की कीमतों में गिरावट का असर
दिसंबर में प्याज की कीमतों में 12 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा टमाटर की कीमतों में भी 24 प्रतिशत तक कमी आई। हालांकि, ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी ने नॉन-वेज थाली को महंगा कर दिया।एक साल में बढ़ी कीमतें
कुछ खाद्य पदार्थ अभी भी महंगाई की मार झेल रहे हैं:—आलू की कीमतों में 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
—प्याज 33 प्रतिशत महंगा रहा।
—टमाटर की कीमतें 24 प्रतिशत बढ़ी थीं, लेकिन अब इनमें कमी आई है।
—चावल और दाल जैसे अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में तुलनात्मक स्थिरता है।
—खाद्य तेल की कीमतों में 16 प्रतिशत और चिकन में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी ने घरेलू बजट पर असर डाला है।