पिछली पत्थरबाजी 2 मई को हुई थी जब कासरगोड से राज्य की राजधानी जाने वाली वंदे भारत ट्रेन मलप्पुरम जिले के तिरूर से गुजर रही थी। जिले में ट्रेन के लिए कोई स्टॉप नहीं होने से मलप्पुरम निवासी नाराज हैं। लेकिन कन्नूर जिले में हुई इस घटना ने कई लोगों को हैरान कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 अप्रैल को राज्य की राजधानी से पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी।
देश में मौजूदा वक्त 15 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल रहीं हैं। सबसे पहले नई दिल्ली वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस पर फरवरी 2019 में उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में वाराणसी-लखनऊ रेल रूट पर पथराव किया गया था। कई कोच के शीशे तोड़ दिए गए थे। इससे पूर्व जब वंदे भारत ट्रेन का इस रूट पर ट्रायल किया जा रहा था, उस वक्त भी असामाजिक तत्वों ने ट्रेन पर पथराव किया था। 15 दिसंबर 2022 को दुर्ग-भिलाई स्टेशन के बीच नागपुर-बिलासपुर रूट पर चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया था। 30 दिसंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ट्रेन परिचालन के तीसरे ही दिन पश्चिम बंगाल के मालदा में असामाजिक तत्वों ने ट्रेन पर पथराव कर कोच के शीशे को तोड़ दिया। मालदा की घटना के दूसरे दिन बिहार के कटिहार में भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव करने की घटना सामने आई।