कहानी शुरू होती है… दो साल पूर्व एक सड़क दुर्घटना में नामती सारा ढोंगा (48 वर्ष) को गंभीर चोटें आई थी। उसके बाद लंबे समय तक उनकी कुछ दवाइयां चली। दवाओं के सेवन के दौरान उनके शरीर में खुजली के साथ सूजन आने लगी। फिर अस्पताल में उनकी जांच हुई और जांच में पता चला कि उनकी दोनों किडनी खराब हो चुकी है।
नामती सारा ढोंगा का स्वास्थ्य लगातार खराब होता चला गया। डॉक्टर ने उन्हें डायलिसिस की सलाह दी। पिछले 2 वर्षों से वह डायलिसिस पर थी। लेकिन उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो पा रहा था। स्वास्थ्य दिन-ब-दिन खराब हो रहा था। अब करे तो क्या करें। अंत में डाक्टरों की राय से यह तय हुआ कि, इनकी किडनी प्रत्यारोपित की जाए। पति ने आपरेशन का दिन वैलेंटाइन डे की पूर्व संध्या को चुना। सोमवार को वैलेंटाइन डे की पूर्व संध्या पर नामती सारा ढोंगा को उनके पति की किडनी प्रत्यारोपित की गई।
रामकुमार थापा ने कहा कि, हमें भगवान और डॉक्टर पर पूरा भरोसा है। अस्पताल के डॉक्टर्स ने कहा कि, किडनी प्रत्यारोपण के ज्यादातर मामलों में महिलाएं आगे रहती हैं लेकिन पुरुष भी इसमें अब आगे आ रहे हैं, यह अच्छी बात है।