अब महज 12 मीटर ड्रिलिंग बाकी
ऑगर मशीन अभी बंद है। एक्सपर्ट्स के पहुंचने के बाद जल्द ही उसके शुरू होने की उम्मीद है। ड्रिलिंग के बीच में जो लोहे की चीजें आ रही थीं, उन्हें हटा दिया गया है। अब कुल 12 मीटर की खुदाई होनी बाकी है।
घटनास्थल पर CM धामी और PMO के पूर्व सलाहकार भास्कर भी मौजूद
सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को बचाने की तैयारी अंतिम चरण में है। घटनास्थल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद मौजूद हैं। वहीं, धानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे भी सिल्कयारा सुरंग स्थल पर पहुंचे हैं।
अमरीकी ऑगर मशीन में आई खराबी
उत्तरकाशी सुरंग में गुरुवार को 12वें दिन भी राहत बचाव कार्य जारी है। बताया जा रहा है कि अब सिर्फ 6-8 मीटर का दायरा ड्रिलिंग करना शेष है। इसी बीच मीडिया में खबर आ रही है कि टनल में खुदाई कर रही अमरीकी ऑगर मशीन में कुछ खराबी आ गई है। उसको ठीक करने के लिए दिल्ली से हेलिकॉप्टर के जरिए 7 एक्सपर्ट बुलाए गए हैं।
41 बिस्तरों वाला अस्पताल तैयार
अधिकारियों ने घटनास्थल पर बचाव दल के साथ तेजी से काम कर रहे है। प्रशासन ने पहले से ही 30 एम्बुलेंस की व्यवस्था कर ली है। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 41 बिस्तरों का अस्थाई अस्पताल तैयार किया गया है।
कुछ घंटों में मिलेगी खुशखबरी
बचाव दल के सदस्य गिरीश सिंह रावत ने कहा है कि बचाव अभियान लगभग आखिरी चरण में है, उम्मीद है 1-2 घंटे में नतीजे आ जाएंगे। मजदूरों को निकालने के लिए पाइपलाइन डाली जा रही है। मलबे में फंसे स्टील के टुकड़े काटकर निकाल दिए गए हैं। इस चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन में कई बाधाओं का सामना करना पड़ा, जिसमें क्षैतिज ड्रिलिंग के माध्यम से पाइप डालने के दौरान सुरंग के अंदर मलबे में फंसी स्टील की छड़ों की खोज भी शामिल है।