खराब मौसम के कारण रेस्क्यू में मुश्किल
उच्च हिमालयी क्षेत्र में ट्रैकिंग दल घने कोहरे और बर्फबारी के कारण रास्ता भटक गया था। इसमें कर्नाटक के 18, महाराष्ट्र का एक ट्रैकर और तीन स्थानीय गाइड शामिल थे। सहस्रताल ट्रैक करीब 14,500 फीट की ऊंचाई पर है। खराब मौसम के कारण रेस्क्यू अभियान में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने रेस्क्यू टीमों को तेजी से आगे बढऩे को कहा है। करीब पैंतीस किलोमीटर लंबे दुरूह हिमालयी ट्रैक पर रेस्क्यू टीमें दो विपरीत दिशाओं से आगे बढ़ रही हैं। वायुसेना के दो चेतक हेलिकॉप्टर भी अभियान में लगाए गए।
द्रौपदी का डांडा के दो वर्ष बाद बड़ा हादसा
उत्तराखंड के द्रौपदी का डांडा में 2022 के हिमस्खलन हादसे के बाद यह दूसरा बड़ा हादसा है। उस हादसे में 28 पर्वतारोहियों की हिमस्खलन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। एक व्यक्ति अब तक लापता है। सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए दल 29 मई को निकला था। यह दो जून को सहस्त्रताल के कोखली टॉप बेस कैंप पहुंचा। वहां से तीन जून को आगे बढऩे पर घने कोहरे और बर्फबारी में फंस गया।