केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने और प्रमुख पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम को काम करना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने और हमारे समय की प्रमुख पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए सामूहिक कार्रवाई को प्रोत्साहित करना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत महत्वपूर्ण पर्यावरण चुनौतियों से निपटने के लिए वर्ष 1972 से यूएनईपी से जुड़ा हुआ है। यूएनईपी पर्यावरण पर अग्रणी वैश्विक आवाजों में से एक है। उन्होंने कहा कि यह नेतृत्व प्रदान करता है और भविष्य की पीढ़ियों से समझौता किए बिना देशों और लोगों को उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए प्रेरित, सूचित और सक्षम करके पर्यावरण की देखभाल करने में साझेदारी को प्रोत्साहित करता है।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने नवीनतम विज्ञान और अत्याधुनिक डिजिटल उपकरणों और प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके पर्यावरण संकट से निपटने पर जोर दिया। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वर्ष 2018 में, भारत ने ‘प्लास्टिक प्रदूषण को हराएं’ विषय पर विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी की। भारत के माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने एकल उपयोग प्लास्टिक को खत्म करने के लिए एक वैश्विक आह्वान किया। भारत के इस आह्वान ने दुनिया भर में प्लास्टिक प्रदूषण पर महत्वपूर्ण कार्रवाई की गति प्रदान की, जिसका समापन ऐतिहासिक संकल्प और इसे अपनाने के रूप में हुआ।