पूर्व मुख्यमंत्री से होगा मुकाबला
बता दें कि महबूबा मुफ्ती का मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस के मियां अल्ताफ अहमद और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के नेता और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद से होगा। वहीं, भाजपा ने अभी तक घाटी की तीन लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
पूरे मुल्क में एक खतरनाक किस्म का माहौल
पीडीपी चीफ और जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ़्ती ने पत्र परिषद का आयोजन कर जानकारी दी कि ,’ लोकसभा चुनावों के लिए हम तीन जगहों पर उम्मीदवार खड़े कर रहें है और जम्मू और बाकी जगहों पर पार्टी कांग्रेस का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से संविधान की धज्जिया उडाई जा रही है, पूरे मुल्क में एक खतरनाक किस्म का माहौल है। दिनदहाड़े अल्पसंख्यको के साथ जुल्म हो रहा है। महंगाई और बेरोजगारी बढ़ गई है, इसलिए हमने इंडिया अलायंस को समर्थन दिया है।
आजाद ने 2022 में छोड़ी थी कांग्रेस
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद भी अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। आजाद ने 2022 में कांग्रेस छोड़ दी थी। उन्होंने कांग्रेस के साथ अपने 5 दशक लंबे जुड़ाव को समाप्त करते हुए राजनीतिक संगठन-डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) का गठन किया। डीपीएपी के नेता ताज मोहिउद्दीन ने कहा, ‘डीपीएपी की कोर कमेटी की बैठक हुई और हमने फैसला किया कि गुलाम नबी आजाद अनंतनाग-राजौरी सीट से चुनाव लड़ेंगे।’ इससे पहले, आजाद ने 2014 का लोकसभा चुनाव उधमपुर संसदीय क्षेत्र से लड़ा था और वह भारतीय जनता पार्टी के नेता जितेंद्र सिंह से हार गए थे।
5 चरणों में होगा लोकसभा चुनाव
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 5 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। आगामी 19 अप्रैल को पहले चरण में उधमपुर लोकसभा सीट पर मतदान होगा। इसके बाद 26 अप्रैल को दूसरे चरण में जम्मू सीट पर वोटिंग होगी। तीसरे चरण यानी 7 मई को अनंतनाग सीट पर वोटिंग होनी है। आगामी 13 मई को चौथे चरण के तहत श्रीनगर और 5वें चरण में 20 मई को बारामूला सीट पर वोटिंग होगी। नतीजे 4 जून को आएंगे। जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की 5 सीटे हैं। पीडीपी ने जम्मू लोकसभा सीट पर कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की है।