65 हजार नए वोटर के साथ कुल 28 लाख से अधिक मतदाता
मुख्य निर्वाचन अधिकारी किरण गीते ने बताया कि त्रिपुरा की अंतिम मतदाता सूची में 28,13,478 मतदाता हैं, जिनमें से 14,14,576 पुरुष, 13,98,825 महिलाएं और 77 किन्नर मतदाता हैं, यहां 10,344 सर्विस वोटर हैं। उन्होंने बताया कि 80 से अधिक आयु वर्ग में 38,039 मतदाता और 100 से अधिक आयु वर्ग के 679 मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि 18-19 वर्ष के आयु वर्ग के बीच 65,044 मतदाता पंजीकृत किए गए हैं, जिनमें से 34,704 पुरुष, 30,328 महिलाएं और 12 किन्नर हैं।
मतदान को ले त्रिपुरा में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती
त्रिपुरा में हिंसा मुक्त और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। गृह मंत्रालय ने सीएपीएफ की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) भेजी हैं। सीएपीएफ के अलावा, असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, लगभग 9,000 टीएसआर जवानों और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया गया है।
त्रिपुरा में किस पार्टी ने कितने उम्मीदवार उतारे
त्रिपुरा चुनाव में इस बार 31 महिलाओं सहित कुल 259 प्रत्याशी मैदान में हैं। सबसे ज्यादा (55) उम्मीदवार भाजपा ने खड़े किए हैं। शेष पांच सीटें भाजपा ने गठबंधन सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) को दी हैं। दूसरी ओर लेफ्ट और कांग्रेस गठबंधन है। इस गठबंधन से वाम मोर्चे ने 47 उम्मीदवार खड़े किए जबकि कांग्रेस को गठबंधन के तहत 13 सीटें मीली हैं। इसके अलावा टिपरा मोथा पार्टी ने 42 और तृणमूल कांग्रेस ने 28 उम्मीदवारों को मैदान में उताारा है। चुनाव का नतीजा 2 मार्च को आएगा।
त्रिपुरा का सियासी समीकरण, भाजपा और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन में टक्कर
त्रिपुरा की सियासत को समझने वाले एक्सपर्ट के अनुसार यहां मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा और लेफ्ट-कांग्रेस के गठबंधन से हैं। त्रिपुरा लंबे समय तक लेफ्ट का गढ़ रहा है। लेकिन पिछले चुनाव में भाजपा ने लाल सलाम को खत्म कर भगवा का परचम लहराया था। पहले भाजपा ने यहां विप्लव देव को मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन पिछले साल विप्लव देव को हटाकर डॉ. माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया गया था। इस चुनाव में माणिक
साहा ही बीजेपी के चेहरा है।
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टिपरा मोथा किंगमेकर बनने का करने कर रहा दावा
त्रिपुरा विधानसभा में भाजपा और लेफ्ट-कांग्रेस टक्कर के बीच सबकी नजरें टिपरा मोथा पर टिकी है। त्रिपुरा राजवंश के उत्तराधिकारी प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने टिपरा मोथा पार्टी बनाकर 42 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
टिपरा मोथा के अध्यक्ष बिजॉय कुमार ह्रांगखावल ने कहा, त्रिपुरा विधानसभा के आगामी त्रिकोणीय चुनावों में बिना किसी गठबंधन या पार्टी के बहुमत हासिल करने में गतिरोध की स्थिति में किंगमेकर की भूमिका में आएगी। जिसके लिए हम तैयार है।
टिपरा मोथा के मुताबिक किसी भी पार्टी या गठबंधन (या तो भाजपा या कांग्रेस-वाम गठबंधन) को बाहर से समर्थन देने को तैयार हैं, लेकिन इसके लिए एक शर्त माननी होगी। वह यह कि सरकार बनाने वाली पार्टी को लिखित में एक अलग आदिवासी राज्य के निर्माण की हमारी मांग को माननी होगी।
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ये हैं त्रिपुरा विधानसभा चुनाव की हाईप्रोफाइल सीट
मुख्यमंत्री डॉ. मानिक साहा सीट टाउन बोरदोवाली से ही चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के आशीष कुमार साहा से होगा। इस सीट पर सबकी नजरें रहेंगी। इसी तरह से राज्य के उपमुख्यमंत्री जिष्णुदेव वर्मा चारीलम विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस सीट पर भी सबकी नजरें रहेंगी। केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को धनपुर सीट से उतारा है, इस पर भी सबकी नजर रहेगी।