कब से हुई इसकी शुरुआत
अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस( international Education Day) मनाने की शुरुआत 2019 से हुई थी। 3 दिसंबर, 2018 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने एक प्रस्ताव को पारित किया। जिसमें 24 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। 59 सदस्य देशों की ओर से समर्थित यह ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित हुआ। इस साल हम लोग 6वां अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस मना रहे हैं।
क्या है इस साल की थीम
अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस की थीम हर साल के लिए अलग-अलग होती है। इस साल की थीम है- ‘स्थायी शांति के लिए सीखना (learning for lasting peace meaning)’ इस थीम का मुख्य उद्देश्य शांति और समझ को बढ़ावा देने में शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालना है। साथ ही समकालीन वैश्विक मुद्दों के साथ गहरा तालमेल बिठाना भी है।
भारत में शिक्षा को लेकर क्या हैं कानूनी प्रावधान
यूनेस्को की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, साल 2021 के बाद से स्कूल न जाने वाले बच्चों की वैश्विक संख्या में 6 मिलियन का इजाफा हुआ है। भारत में शिक्षा को लेकर कई कानूनी प्रावधान बनाए गए हैं। इनमें से ज्यादातर संविधान में वर्णित हैं। संविधान के अनुच्छेद 45 के अनुसार सार्वभौमिक, निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान केंद्र और राज्य की संयुक्त जिम्मेदारी है। वहीं, अनुच्छेद 30 शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना से संबंधित है। अनुच्छेद 15, 17 और 46 में भारतीय समुदाय के कमजोर वर्गों के शैक्षिक हितों की रक्षा करने का प्रावधान है। साथ ही अनुच्छेद 239 केंद्र शासित प्रदेशों में शिक्षा का प्रावधान करता है।