पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के तनावग्रस्त संदेशखाली क्षेत्र के तृणमूल कांग्रेस नेता अजीत मैती को पुलिस ने उस समय बचा लिया, जब उसने खुद को चार घंटे से अधिक समय तक अपने घर में बंद रखा था। रविवार को स्थानीय महिलाओं के एक समूह ने मैती का पीछा किया। पुलिस ने उन्हें घर से बाहर आने के लिए मनाया, वह जब निकले तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया, जबकि गुस्साई भीड़ उनके आवास के बाहर जमा थी।
महिलाओं का शोषण करता था टीएमसी नेता
मैती के खिलाफ स्थानीय महिलाओं का आरोप है कि गिरफ्तार किए गए दो अन्य तृणमूल कांग्रेस नेताओं – शिबू हाजरा और उत्तम सरदार की तरह वह भी लंबे समय तक महिलाओं के उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार थे। उन पर कृषि भूमि को अवैध रूप से हथियाने, उसे खारे पानी में बहाकर मछली पालन फार्म में बदलने और स्थानीय महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। पुलिस के मुताबिक, फिलहाल मैती को सिर्फ हिरासत में लिया गया है। बाद में उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
महिलाओं के दौड़ाने पर खुद को कमरे में किया बंद
रविवार को पश्चिम बंगाल मंत्रिमंडल के दो सदस्य, राज्य के सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक और राज्य अग्निशमन सेवा मंत्री सुजीत बसु एक सार्वजनिक धार्मिक समारोह को संबोधित करने के लिए संदेशखाली गए थे। यह जानने के बाद कि मैती भी समारोह में शामिल होगा, स्थानीय ग्रामीणों, मुख्य रूप से महिलाओं ने उसका पीछा किया। मैती तेजी से भागकर अपने आवास में चला गया और खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया।
हालांकि पुलिस ने ग्रामीणों को उस स्थान से हटने के लिए मनाने के सभी प्रयास किए, लेकिन ग्रामीण नहीं माने और मैती के आवास के दरवाजे पर इकट्ठा होते रहे। आख़िरकार जब लोग थोड़ा शांत हुए, तब पुलिस ने हस्तक्षेप किया। पुलिसकर्मियों ने मैती को अपने कमरे से बाहर आने के लिए मना लिया। उनके बाहर निकलने के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया और पुलिस स्टेशन ले जाया गया।