दूरसंचार विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि गुरुग्राम, बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे जैसे बड़े शहरों में 5जी पहले लॉन्च किया जाएगा और यह लॉन्चिंग ट्रायल तौर पर नहीं, बल्कि कमर्शियल तौर पर होगी। बता दें कि इन शहरों पहले से ही वोडाफोन आइडिया, जियो और एयरटेल अपने 5जी नेटवर्क का ट्रायल कर रहे हैं।
मार्च-अप्रैल 2022 में होगी 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी:
मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक 5जी के नए स्पेक्ट्रम की नीलामी मार्च-अप्रैल 2022 में होगी और उसके बाद 5जी नेटवर्क को लॉन्च किया जाएगा, हालांकि स्पेक्ट्रम की कीमत को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है। यदि स्पेक्ट्रम की कीमत अधिक होगी तो 5जी के प्लान भी महंगे होने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों का कहना है:
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ”एरिक्सन में एशिया पैसिफिक के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी मैग्नस इवरब्रिंग ने हाल ही में ये बताया है कि स्पेक्ट्रम कितना महंगी हैं, इस पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह सुनिश्चित करने के लिए कई चीजें की जा सकती हैं कि भारतीय लोगों के लिए कवरेज बनाने के लिए पैसा है।”
एयरटेल ने पेश किया उदाहरण:
एयरटेल ने कमर्शियल 5G ट्रायल का उदाहरण पेश किया था जहां कंपनी ने स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल 1800 MHz बैंड पर किया. ये NSA नेटवर्क टेक्नोलॉजी की मदद से मुमकिन हो पाया. बता दें कि फिलहाल 5G, 35 से ज्यादा देशों में उपलब्ध है।
वोडाफोन आइडिया ने पहले किया था टेस्ट:
वोडाफोन आइडिया ने कुछ दिनो पहले ही दावा किया कि पुणे में 5G ट्रायल के दौरान उसने 3.7 गीगाबिट प्रति सेकेंड (जीबीपीएस) की सबसे अधिक गति हासिल की है, जो भारत में किसी भी मोबाइल प्रोवाइडर द्वारा हासिल की गई सबसे तेज गति है। कंपनी ने गांधीनगर और पुणे में मिड-बैंड स्पेक्ट्रम में 1.5 जीबीपीएस डाउनलोड की गति दर्ज करने का भी दावा किया है। DoT ने वीआई (वोडाफोन आइडिया) को 5जी नेटवर्क ट्रायल के लिए पारंपरिक 3.5 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड के साथ-साथ 26 गीगाहर्ट्ज (जीएचजेड) जैसे हाई फ्रीक्वेंसी बैंड आवंटित किए हैं।
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आपकी जानकारी लिए बता दें कि भारतीय बाजार में पिछले दो साल में करीब 100 से अधिक 5जी स्मार्टफोन लॉन्च हुए हैं। लोगो को अब बस 5जी की लॉन्चिंग का इंतजार है। स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों ने अब लगभग 4जी फोन को लॉन्च करना ही बंद कर दिया है और बाजार में 5G के ही फोन आ रहे हैं।
mmWave को high band 5G network frequency कहते हैं। इस बैंड में 24GHz से भी ज्यादा का frequency का इस्तेमाल होता है, एवं यहां पे और भी ज्यादा बैंडविथ मिलता है। अगर डाटा की स्पीड की बात करें तो यहां पे 1Gb प्रति सेकंड होता है। इसको डिप्लोय करने के लिए बहुत सारे छोटे एवं लोअर रेंज के cell phone tower का इस्तेमाल होता है ताकि coverage पूरा किया जा सके।
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