हॉस्पिटल में मरीज के साथ रहने वाले को मिलते हैं ये पांच अधिकार, जानिए कैसे करें इस्तेमाल
Patient Family Rights: अस्पताल में मरीज के साथ देखभाल करने वाले के पास भी कुछ अधिकार होते हैं। परिवार को शारीरिक दुर्व्यवहार या उपेक्षा से सुरक्षा पाने का अधिकार। आपकी चिकित्सा स्थिति से संबंधित जानकारी गोपनीय रखने का अधिकार।
Patient Family Members Rights: अस्पताल में जब भी कोई भर्ती होता है उसके साथ रुकने वाले व्यक्ति को लेकर काफी आनाकानी की जाती है। लेकिन क्या आपको पता है की जैसे मरीजों को अस्पतालों में एडमिट होने के बाद कई अधिकार मिलते हैं. वैसे ही मरीज के साथ देखभाल करने वाले के पास भी कुछ अधिकार होते हैं। आइए आपको बताते है मरीज के साथ रहने वाले लोगों के पास कौन से पांच अधिकार होते है।
क्या है अधिकार?
मरीज के साथ रहने वाले लोगों के पास सबसे पहला अधिकार होता है। मरीज की बीमारी के बारे में पूरी स्थिति जानने का, वह डॉक्टर या अस्पताल प्रबंधन से इस बारे में पूछ सकता है कि बीमारी में क्या जोखिम है। दवाओं के क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं और भी जानकारियां लेने का हक होता है।
जानने का अधिकार
मरीज के साथ रहने वाले लोगों के पास यह अधिकार भी होता है कि इलाज के और क्या-क्या ऑप्शंस मौजूद हैं। इसके साथ ही वह इलाज में कितना वक्त लगेगा और कितना खर्चा आएगा इस बारे में भी पता कर सकते हैं।
जानकारी का अधिकार
इसके अलावा बात की जाए तो मरीज के साथ रहने वाले लोगों के पास अस्पताल में मौजूद सुविधा और सेवाओं के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने का हक है। इसके अलावा वह दवाओं के बारे में पूरी जानकारी भी मांग सकते हैं।
साथ रहने का अधिकार
अगर मरीज कोई बुजुर्ग है, कोई बच्चा है या मानसिक रूप से कमजोर इंसान है। तो ऐसे में उसके साथ रहने वाले लोगों के पास अधिकार होता है कि वह हर वक्त उसके पास रहे। हालांकि आईसीयू और स्पेशल वार्ड में इसके लिए नियम अलग हो सकते हैं।
लापरवाही की शिकयत का अधिकार
मरीज के साथ रहने वाले लोगों को अगर अस्पताल में किसी डॉक्टर या प्रबंधन की ओर से कोई लापरवाही नजर आती है तो वह उस बारे में शिकायत कर सकते हैं। अगर उन्हें किसी चीज की कमी दिखती है तो इस बारे में भी वह शिकायत कर सकते हैं।