दोस्त ने लॉगिन कर किया स्कैम
निशिता गुडीपुडी के अनुसार, “सबसे डरावना हिस्सा तब था जब कपल ने व्हाट्सएप के माध्यम से स्विगी एजेंट से संपर्क किया।डिलीवरी पार्टनर ने बताया कि उसके दोस्त ने उनके लॉगिन का उपयोग किया था। एजेंट ने कपल से कहा, ‘मैं जांच करूंगा और वापस आऊंगा।’कॉल के तुरंत बाद कपल को उसी नंबर से एक संदेश मिला। इसमें रैपिडो के माध्यम से लैपटॉप की डिलीवरी के लिए ₹ 15,000 की मांग की गई थी। निशिता ने अपने पोस्ट में अपने पति और पैसे की मांग करने वाले व्यक्ति के बीच व्हाट्सएप पर हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट शेयर किए।
स्विगी ने इस घटना पर नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
पीड़ित महिला की कहना है कि इस स्थिति पर खेद है। स्विगी टीम को कार्रवाई करनी चाहिए और इसे हल करना चाहिए, वरना जनता का विश्वास, मानवीय नैतिकता और ग्राहकों की संतुष्टि कंपनी से कम हो गई जाएगी। सिविल इंजीनियर ने कहा कि ये भयानक और बिल्कुल अस्वीकार्य करने बाली बात हैष। ज़ोमैटो, स्विगी, ओला, उबर आदि जैसी ‘बिचौलियों’ वाली कंपनियों को यह समझने की ज़रूरत है कि सुरक्षा पर ध्यान देना उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।