प्रदेश में जारी घमासान को लेकर बागी विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि अगर हाईकमान ने समय रहते कोई ठोस निर्णय लिया होता तो स्थिति ख़राब नहीं होती। समय-समय पर उन्हें हर घटना से अवगत करवाया गया और बताया गया कि प्रदेश सरकार में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। जनता द्वारा चुने हुए विधायकों को मुख्यमंत्री अपमानित करते हैं, उनकी बात नहीं सुनते। राजेन्द्र राणा ने आगे बताया कि आलाकमान के संज्ञान में यह भी था कि मौजूदा सरकार कांग्रेस की नहीं बल्कि सीएम सुक्खू के मित्रों की सरकार रह गई है।
मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके विक्रमादित्य सिंह से मिलने पर राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के परिवार व उनके समर्थकों के साथ जलालत की है। इस कारण पूरे प्रदेश में आक्रोश है। सीएम ने छह बार सीएम रहे वीरभद्र सिंह की प्रतिमा लगाने के लिए दो गज जमीन नहीं दी जिससे यह साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री सुक्खू बहुत छोटे दिल का आदमी है।
राजेंद्र राणा ने आगे दावा किया कि हिमाचल की राजनीति में चल रहा विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। आने वाले समय में यहां बहुत कुछ होने वाला है। प्रदेश के कम से कम 9 कांग्रेस विधायक हमारे संपर्क में हैं, सभी सीएम से परेशान है और उनसे मुक्ति चाहते हैं, जिस वजह से जल्द यह सरकार गिर जाएगी।