सबसे पहले दिया था गांधी को राष्ट्रपिता का दर्जा:
नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने महात्मा गांधी को सबसे पहले राष्ट्रपिता कहकर पुकारा था। आजाद हिंद फौज, आजाद हिंद सरकार और बैंक की स्थापना की और 10 देशों का इस बाबत समर्थन हासिल किया। वह हर युवा के लिए प्रेरणा है। उन्होंने भारतीयों के रक्त में देशभक्ति की आग लगाने वाला नारा दिया था, ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।’ पढ़िए नेता जी के बोले 10 जोशीले विचार।
2. “आज हमारी एक ही इच्छा होनी चाहिए – मरने की इच्छा ताकि भारत जी सके – एक शहीद की मृत्यु का सामना करने की इच्छा, ताकि शहीद के खून से स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त हो सके।”
3. “आजादी दी नहीं जाती – ली जाती है”
4. “निर्विवाद राष्ट्रवाद और पूर्ण न्याय और निष्पक्षता के आधार पर ही भारतीय मुक्ति सेना का निर्माण किया जा सकता है।”
5. “राजनीतिक सौदेबाजी का रहस्य यह है कि आप वास्तव में जो हैं उससे अधिक मजबूत दिखना है।”
6. “एक व्यक्ति एक विचार के लिए मर सकता है, लेकिन वह विचार, उसकी मृत्यु के बाद, एक हजार जन्मों में अवतरित होगा।”
7. “यह खून ही है जो आजादी की कीमत चुका सकता है। तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा!”
8. “जब हम खड़े होते हैं, आज़ाद हिंद फौज को ग्रेनाइट की दीवार की तरह होना चाहिए। जब हम मार्च करते हैं, तो आजाद हिंद फौज को स्टीमरोलर की तरह होना चाहिए। ”
9. “जो सैनिक हमेशा अपने राष्ट्र के प्रति वफादार रहते हैं, जो हमेशा अपने जीवन का बलिदान देने के लिए तैयार रहते हैं, वे अजेय हैं।”
10. “यह मत भूलो कि अन्याय और गलत के साथ समझौता करना सबसे बड़ा अपराध है। शाश्वत नियम को याद रखें, यदि आप प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको देना होगा।”
नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने महात्मा गांधी को सबसे पहले राष्ट्रपिता कहकर पुकारा था। आजाद हिंद फौज, आजाद हिंद सरकार और बैंक की स्थापना की और 10 देशों का इस बाबत समर्थन हासिल किया। वह हर युवा के लिए प्रेरणा है। उन्होंने भारतीयों के रक्त में देशभक्ति की आग लगाने वाला नारा दिया था, ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।’ पढ़िए नेता जी के बोले 10 जोशीले विचार।
यह भी पढ़ें
क्या वीकेंड कर्फ्यू वाले दिन भी चलती है दिल्ली मेट्रो, जानिए क्या कहती है गाइडलाइन
1. “अगर कोई संघर्ष नहीं है तो जीवन अपनी आधी रुचि खो देता है- अगर कोई जोखिम नहीं लेना है”2. “आज हमारी एक ही इच्छा होनी चाहिए – मरने की इच्छा ताकि भारत जी सके – एक शहीद की मृत्यु का सामना करने की इच्छा, ताकि शहीद के खून से स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त हो सके।”
3. “आजादी दी नहीं जाती – ली जाती है”
4. “निर्विवाद राष्ट्रवाद और पूर्ण न्याय और निष्पक्षता के आधार पर ही भारतीय मुक्ति सेना का निर्माण किया जा सकता है।”
5. “राजनीतिक सौदेबाजी का रहस्य यह है कि आप वास्तव में जो हैं उससे अधिक मजबूत दिखना है।”
6. “एक व्यक्ति एक विचार के लिए मर सकता है, लेकिन वह विचार, उसकी मृत्यु के बाद, एक हजार जन्मों में अवतरित होगा।”
7. “यह खून ही है जो आजादी की कीमत चुका सकता है। तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा!”
8. “जब हम खड़े होते हैं, आज़ाद हिंद फौज को ग्रेनाइट की दीवार की तरह होना चाहिए। जब हम मार्च करते हैं, तो आजाद हिंद फौज को स्टीमरोलर की तरह होना चाहिए। ”
9. “जो सैनिक हमेशा अपने राष्ट्र के प्रति वफादार रहते हैं, जो हमेशा अपने जीवन का बलिदान देने के लिए तैयार रहते हैं, वे अजेय हैं।”
10. “यह मत भूलो कि अन्याय और गलत के साथ समझौता करना सबसे बड़ा अपराध है। शाश्वत नियम को याद रखें, यदि आप प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको देना होगा।”
यह भी पढ़ें