अयोध्या में नवनिर्मित भगवान श्रीराम के भव्य राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, नई नई जानकारियां निकल कर सामने आन रही हैं। राम लला के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र भी पहुंचने वाले है। ऐसे में प्रोटोकॉल के तहत अभी से उनकी सुरक्षा करने वाली स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की एक टुकड़ी भी अयोध्या पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था के काम में जुट गई है। इसके साथ ही अयोध्या आने वाले वीवीआईपी लोगों को चुनिंदा पुलिस कर्मियों की 45 टीमें करीब से सुरक्षा प्रदान करेंगी।
PM मोदी को छोड़ किसी को नहीं मिलेगी विशेष सुविधा
प्राण प्रतिष्ठा के दौरान सुरक्षा में किसी भी प्रकार की कठिनाई खड़ी न हो इसका खास ख्याल रखा गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के अलावा किसी भी वर्गीकृत सुरक्षा या निजी सुरक्षा को अयोध्या में अनुमति नहीं दी जाएगी।
VVIP’s की 45 टीमें करेंगी सुरक्षा
22 जनवरी को अयोध्या आने वाले वीवीआईपी आमंत्रित लोगों को चुनिंदा पुलिस कर्मियों की 45 टीमें करीब से सुरक्षा प्रदान करेंगी। इसके लिए उन्हें अच्छे व्यवहार और संचार कौशल से लैस इन टीमों का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक-रैंक के अधिकारी करेंगे, ताकि, आमंत्रित लोगों की परेशानी मुक्त आवाजाही में कोई दिक्कत न हो।
ये पुलिसकर्मी फॉर्मल कपड़े पहनेंगे और वीवीआईपी के पास तैनात रहेंगे। बता दें कि राम मंदिर के उद्धाटन समारोह में उद्योगपति, राजनेता, खिलाड़ी, फिल्म सितारे, आध्यात्मिक नेता और मीडिया के दिग्गज शामिल हैं।
33 जिलों की पुलिस कर रही अयोध्या की सुरक्षा
अधिकारियों ने बताया कि इनमें से प्रत्येक टीम में पांच उप-निरीक्षक और एक पुलिस उपाधीक्षक शामिल होंगे। 33 जिलों और पुलिस आयुक्तालयों से चयनित युवा उप-निरीक्षकों की साठ और टीमों को हवाईअड्डे जैसी तलाशी ड्यूटी के लिए तैनात किया जाएगा।