एक्सप्रेस-वे का 82% और सेमी हाई स्पीड रेलवे ट्रेक का 70 % काम पूरा
सेमी हाई स्पीड रेलमार्ग का प्रोजेक्ट पूरा होने पर दिल्ली और मुंबई के बीच 1384 किमी रेलमार्ग पर 160 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन चलेगी। सेमी हाई स्पीड रेलमार्ग दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र को लाभ होगा। नई दिल्ली-मुंबई के बीच लगने वाले यात्रा समय में साढ़े तीन से चार घंटे की कमी आएगी। इससे यह पूरी तरह से रातभर की यात्रा बन जाएगी। अभी ट्रेन से करीब 16 घंटे में सफर पूरा होता है। यह प्रोजेक्ट चालू वित्तीय वर्ष में पूरा हो जाएगा।एक्सप्रेस-वे की खासियत
1 लाख 4 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे निर्माण पर।40 लाख से अधिक पेड़ और झाड़ियां लगेंगी।
130 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी दिल्ली से मुंबई की।
12 लाख टन से अधिक स्टील की खपत होगी।
35 करोड़ घन मीटर मिट्टी को स्थानांतरित किया जाएगा।
80 लाख टन सीमेंट की खपत होगी।
6 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश को मिलेगा लाभ।
5 ओवरपास होंगे वन्यजीवों की आवाजाही के लिए।
2 बड़ी आठ लेन सुरंगें बनाई जा रही हैं।
4 किमी लंबी सुरंग मुकुंदरा अभयारण्य में बन रही है।
4 किमी लंबी सुरंग माथेरान इको सेंसिटिव जोन में बनेगी।
32 करोड़ लीटर ईंधन की बचत होगी, निर्बाध वाहन संचालन से।
85 करोड़ किलोग्राम कम होगा कार्बन उत्सर्जन, जो 4 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर है।
सेमी हाई स्पीड रेलमार्ग की खासियत
- 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया
- 8000 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि खर्च होगी प्रोजेक्ट पर
- 4.0 कवच सुरक्षा प्रणाली से लैस होगा रेलपथ
- 6 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश को मिलेगा लाभ
- 90 प्रतिशत रेलपथ नागदा से मथुरा के बीच सेमी हाई स्पीड के लिए तैयार हो गया
- 94 प्रतिशत रेलपथ पर मथुरा-नागदा के बीच फेंसिंग का कार्य पूरा
पूरी तरह सुरक्षित होगी रेलयात्रा
दिल्ली से मुंबई के बीच 1384 किलोमीटर रेलमार्ग को सेमी हाई स्पीड बनाया जा रहा है। ये रूट ‘कवच’ सुरक्षा प्रणाली युक्त होगा। ऐसे में ट्रेनों का संचालन पूरी तरह सुरक्षित होगा। सिविल, सिग्नल और यांत्रिक विभाग सेफ्टी से जुड़े कार्य तेजी कर रहे हैं। दिल्ली-मुुंबई रेलमार्ग का कार्य इसी वित्तीय वर्ष में पूरा होने की संभावना है। अभी 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है।-रवनीत सिंह बिट्टू, रेल राज्य मंत्री
मुकुंदरा में सुरंग का काम प्रगति पर
एक्सप्रेस-वे का करीब 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। इसके बनने पर दिल्ली से मुंबई तक मौजूदा यात्रा समय 24 घंटे से घटकर 12 से 15 घंटे रह जाएगा। इस पर अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा रहेगी। राजस्थान में मुकुंदरा में वन्यजीव सुरंग का काम प्रगति पर है, जो 50 प्रतिशत पूरा हो गया है।-हर्ष मल्होत्रा, राज्यमंत्री, सडक़ परिवहन मंत्रालय
दोनों प्रोजेक्ट की लागत बढ़ी
- एक्सप्रेस-वे का कार्य मार्च 2023 तक पूरा करना था, देरी होने से लागत बढ़ गई। पहले 98000 लाख करोड़ रुपए लागत आंकी थी, अब करीब एक लाख चार हजार करोड़ खर्च होंगे।
- दिल्ली-मुंबई सेमी हाई स्पीड रेलमार्ग का कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा करना था, पहले इसकी लागत 6806 करोड़ आंकी थी। अब आठ हजार करोड़ से ज्यादा होने की संभावना है।