‘दुर्भाग्यपूर्ण, आपका परंपराओं की तरफ ध्यान नहीं’
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोनिया गांधी की चिट्ठी पर कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप संसद, हमारे लोकतंत्र के मंदिर के कामकाज का भी राजनीतिकरण करने और जहां कोई विवाद नही है। वहां अनावश्यक विवाद उत्पन्न करने का प्रयास कर रही हैं। उहोंने आगे कहा कि जैसा कि आपको विदित है, अनुच्छेद 85 के तहत संवैधानिक जनादेश का पालन हुए संसद सत्र नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं, जो प्रावधान करता है करते कि राष्ट्रपति समय-समय पर संसद के प्रत्येक सदन को ऐसे समय और स्थान पर, जो वह ठीक समझे।
‘विषयहीन है कांग्रेस, देश को बांटने का करती है काम ‘
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सोनिया गांधी पर जमकर निशाना साधा। गोयल ने कहा कि भारतीय संसद लोकतंत्र का मंदिर है और उसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस नेता से आग्रह किया कि कांग्रेस पार्टी इस विशेष सत्र में शामिल हो और सुचारू ढंग से चर्चा हो। केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस को विषयहीन करार देते हुए कहा कि कांग्रेस महज देश को बांटने का काम करती है।
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जानिए क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर संसद के विशेष सत्र में नौ मुद्दों पर चर्चा की मांग की। सोनिया गांधी ने कहा कि 18 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र में देश की आर्थिक स्थिति, जातीय जनगणना, चीन के साथ सीमा गतिरोध सहित नौ मुद्दों पर चर्चा कराई जानी चाहिए।