ED ने सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड अखबार-एजेएल मुद्दे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 8 जून को पेश होने के लिए तलब किया था। हालांकि, वह आज जांच में शामिल नहीं हुई। सोनिया गांधी ने 2 जून को कोरोना वायरस की जांच कराई थी, जिसमें उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया। सोनिया गांधी में हल्के लक्षण दिख रहे हैं और उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है।
बता दें, जांच एजेंसी ने मामले में पूछताछ के लिए उनके बेटे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी 13 जून को तलब किया है। यह मामला हाल ही में पार्टी द्वारा प्रवर्तित यंग इंडियन में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए दर्ज किया गया था, जो नेशनल हेराल्ड अखबार के मालिक हैं। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी, धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) की आपराधिक धाराओं के तहत सोनिया और राहुल गांधी के बयान दर्ज करना चाहती है।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “हम कानून को मानने वाली पार्टी हैं। हम नियमों का अनुसरण करते हैं। अगर उन्हें तलब किया गया है तो निश्चित तौर पर वे जाएंगे। हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। हम भाजपा की तरह नहीं है। हमें याद है जब अमित शाह 2002 से 2013 के दौरान भागते फिर रहे थे। हमें कोई घबराहट नहीं है। वो लोग नियमों को तोड़कर नोटिस भिजवाते हैं। उन्हें समझ आएगा कि किससे पाला पड़ा है।”
गौरतलब है कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य पर धोखाधड़ी करने और धन का दुरुपयोग करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने कांग्रेस को 90.25 करोड़ रुपये की वसूली का अधिकार प्राप्त करने के लिए केवल 50 लाख रुपये का भुगतान किया था।