खरगे पर नाराज हुए धनखड़
मल्लिकार्जुन खरगे पर राज्यसभा में प्रतिक्रिया देते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आप हर बार कुर्सी को नीचा नहीं दिखा सकते। आप हर बार कुर्सी का अनादर नहीं कर सकते… आप अचानक खड़े हो जाते हैं और बिना यह समझे कि मैं क्या कह रहा हूं, कुछ भी बोल देते हैं। इस देश और संसदीय लोकतंत्र और राज्यसभा की कार्यवाही के इतिहास में कुर्सी के प्रति इतनी अवहेलना कभी नहीं हुई, जितनी आपने की… अब आपको आत्मचिंतन करने का समय आ गया है।
क्यों नाराज हुए धनखड़?
दरअसल, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी बोल रहे थे, इसी दौरान मल्लिकार्जुन खरगे बोलने के लिए खड़े हुए, तभी अचानक से जयराम रमेश ने पीछे से कुछ बोल दिया। जिस पर जगदीप धनखड़ नाराज हो गए और कहा कि जब प्रथम पंक्ति के अंदर आप जैसा व्यक्ति है जिसके पास 56 साल का अनुभव है. उस व्यक्ति को जयराम रमेश बीच में टोकते हैं, मदद करने की कोशिश करते हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी के संदर्भ में कहा कि मेरे को बनाने वाले यहां बैठे हैं। न रमेश बना सकता है, न आप बना सकते हैं। मुझे इस देश की जनता ने बनाया है।