केजरीवाल ने अमीत शाह को दिया खुला चैलेंज
आम आदमी पार्टी ने झुग्गीवासियों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए अपनी कल्याणकारी योजनाओं को मुख्य रूप से प्रचारित किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यदि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह झुग्गीवासियों के लिए घर देने और उनके खिलाफ केस वापस लेने का वादा करते हैं, तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि आप इस वर्ग को अपने पक्ष में रखने के लिए गंभीर है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने माना कि सत्ता विरोधी लहर से चुनाव परिणाम प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन पार्टी अभी भी अपनी योजनाओं के लाभों को प्रमुख रूप से पेश कर रही है।
भाजपा का रणनीति “जहां झुग्गी, वहां मकान”
भाजपा भी झुग्गीवासियों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए सक्रिय है। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झुग्गीवासियों के लिए अपने कई योजनाओं का प्रचार किया है, जैसे “जहां झुग्गी, वहां मकान” अभियान, जिसके तहत झुग्गीवासियों के लिए नए घरों का उद्घाटन किया गया। भाजपा की योजना झुग्गीवासियों में अपनी स्थिति मजबूत करने की है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां परंपरागत रूप से उसका समर्थन नहीं था। भाजपा के महासचिव विष्णु मित्तल ने यह स्वीकार किया कि झुग्गीवासियों के बीच पार्टी का विश्वास जीतने के लिए व्यापक सर्वेक्षण किए गए हैं और अब उन्हें केंद्र सरकार की योजनाओं से परिचित कराया जा रहा है।
कांग्रेस का प्रयास
कांग्रेस, जो पिछली कुछ वर्षों से आप के मुकाबले कमजोर पड़ी है, अब झुग्गीवासियों में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए सक्रिय हो गई है। राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी ने झुग्गी बस्तियों में घर-घर सर्वेक्षण शुरू किया है और सीलमपुर में रैली आयोजित कर अपनी अभियान की शुरुआत की है।
चुनावी महत्त्व
झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोग न केवल दिल्ली की राजनीतिक तस्वीर को बदलने में अहम भूमिका निभा सकते हैं, बल्कि उनके वोटों की गिनती और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए किए गए प्रयास आगामी चुनावों के परिणामों को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।