अदालत के फैसले का किया समर्थन
शेहला रशीद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘ मुझे उम्मीद है कि अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कुछ हद तक समाधान निकलेगा और जम्मू-कश्मीर के लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। जैसा कि न्यायमूर्ति कौल ने कहा, अतीत अतीत है, लेकिन भविष्य हमारा इंतजार कर रहा है। शांति, समृद्धि और सद्भाव के लिए प्रार्थना।’
साढ़े चार साल बाद आया फैसला
गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार ने 5 अगस्त साल 2019 को जम्मू -कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को हटा दिया था। साथ ही राज्य को दो भागों जम्मू -कश्मीर और लद्दाख में विभाजित करते हुए केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था। केंद्र सरकार के इस निर्णय के खिलाफ शीर्ष अदालत में 23 याचिकाएं दाखिल की गई थीं, जिस पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर महीने में आदेश सुरक्षित रख लिया था। आज इस मामले में शीर्ष अदालत के पांच न्यायधीशों की संविधान पीठ ने अपना आदेश सुनाया है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के नेतृत्व वाली इस पीठ में जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत शामिल थे।