जेल में बैठकर चला रहे क्राइम सिंडिकेट
बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई और संपत नेहरा दोनों ही क्राइम ब्रांच की कस्टडी में चल रहे हैं। क्राइम ब्रांच की ओर से रिमांड पेपर में खुलासा किया गया है कि लॉरेंस बिश्नोई और संपत नेहरा जेल में बैठकर क्राइम सिंडिकेट चला रहे हैं। खुलासे में यह भी बताया गया कि दोनों ही जेल में बैठकर युवाओं को अपनी गैंग में शामिल कर रहे हैं। फिर उनसे रंगदारी की वसूली करा रहे हैं।पुलिस ने किया था जबरन वसूली का भंडाफोड़
दिल्ली की साकेत कोर्ट ने इससे पहले भी 1 जून को जबरन वसूली के एक मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की 10 दिन की पुलिस हिरासत दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को दी थी। दरअसल, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पिछले महीने 12 मई को गोल्डी बराड़-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के तीन जबरन वसूली मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था और कुल 8 लोगों को पकड़ा था। इस मामले में पुलिस का कहना है कि बिश्नोई गिरोह जबरन वसूली कराने के लिए किशोरों की मदद ले रहा है। यह भी पढ़े – आखिर ‘बिपरजॉय’ ही क्यों रखा गया इस तूफान का नाम? वजह कर देगी हैरान
गिरोह के पास से छह हथियार बरामद
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई की गिरोह के पास से छह हथियार भी बरामद किए गए थे। विशेष पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय अपराध सिंडिकेट दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और राजस्थान में सक्रिय था।पंजाब की जेल में भेजने की मांग
वहीं इस मामले में दिल्ली जेल प्रशासन का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई को दिल्ली की जेल में नहीं बल्कि पंजाब की जेल में भेजना चाहिए। उनका कहना है कि दिल्ली के जेल में लॉरेंस को रखने से वहां की कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। कोर्ट ने जेल अधिकारियों की मांग को मान लिया है और दिल्ली पुलिस और जेल प्रशासन को आदेश दिया है कि बिश्नोई की कस्टडी पूरी होने पर सीधा बठिंडा जेल के सुपुर्द किया जाए।