पश्चिमी संस्कृति, पैसों की बढ़ती जरूरत, बेकार का अहम, इंटरनेट और सोशल मीडिया पर बढ़ती अश्लीलता परिवार ही नहीं पति-पत्नी के रिश्तों में भी जहर घोल रही है। यह जहर इतना घातक है कि वर्षों से परिवार संभाल रहे पति-पत्नी भी एक दूसरे से बेवफाई और धोखेबाजी पर अमादा हो रहे हैं। इस बारे में भारत समेत एशियाई-यूरोपीय देशों पर हुए अध्ययन पर कई मेडिकल जर्नल का कहना है कि बेवफाई या धोखा देना कहीं न कहीं उम्र, शारीरिक परिवर्तन, शिक्षा और संस्कारों से भी जुड़ा होता है। इसे सिर्फ एक नजरिए से नहीं देखा जा सकता। हालांकि शादी के सात साल बाद महिलाएं पति को जबकि पति तीन साल बाद धोखा देने की सोचने लगते हैं।
23 फीसदी लोग किसी न किसी रूप में अपने पार्टनर को दे रहे धोखा
वैश्विक डाटा एजेंसी बेडबाइबल रिसर्च सेंटर 2023 की हालिया रिपोर्ट की मानें तो 23 फीसदी लोग किसी न किसी रूप में अपने पार्टनर को धोखा दे रहे हैं। 14 फीसदी लोगों ने अपने वर्तमान जीवनसाथी को धोखा देना स्वीकार किया है। इसमें 21 फीसदी पुरुष तो 7 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। भारत समेत एशियाई देशों की बात करें तो 10 में 7 पुरुष और 6 महिलाएं अपने साथी को धोखा देने को तैयार रहते हैं अगर उन्हें लगता है कि वे पकड़े नहीं जाएंगे। हालांकि 17 फीसदी लोग अपने साथी द्वारा पकड़े जाते हैं। 58 साल की उम्र में करीब 25 फीसदी धोखा देने जैसे मामले पाए गए हैं। 60 फीसदी मामले किसी करीबी दोस्त या सहकर्मी से शुरू होते हैं। खास बात है कि 49.8 फीसदी लोग बेवफाई के बाद स्वीकार तक नहीं करते हैं।
19-29 उम्र की महिलाएं ज्यादा धोखेबाज
डेटिंग वेबसाइट ग्लीडेन की स्टडी कहती है कि भारत में औसतन 19-29 वर्ष की महिलाओं में मर्दों की अपेक्षा धोखा देने की आशंका अधिक होती है। इस उम्र की 40 फीसदी महिलाओं ने अपने साथी को धोखा दिया जबकि पुरुषों में यह दर 21 फीसदी है। इस उम्र में लोगों के दिल, दिमाग और शरीर में कई परिवर्तन होते हैं। इसके चलते वे इस तरह कदम उठा बैठते हैं।
बेंगलूरु बन रहा बेवफा राजधानी
डेटिंग एप ग्लीडेन के आंकड़ों के अनुसार भारत में पार्टनर से चीटिंग के मामले में बेंगलूरु टॉप पर है। नंबर दो पर मुंबई और फिर कोलकाता का स्थान है। इसके लिए ऑफिस में रात की पालियों में महिला-पुरुषों को साथ काम करना बड़ा कारण है। रात में कार्य के दौरान महिला-पुरुषों में अपने सहकर्मी के प्रति सहानुभूति ज्यादा होती है और वे एक दूसरे के करीब आने लगते हैं।
साथी को सुधरने का मौका देते हैं भारतीय
ग्लीडेन की रिपोर्ट कहती है कि 55 प्रतिशत भारतीय अपने जीवनसाथी को कम से कम एक बार धोखा जरूर देते हैं। यह धोखा विवाहेत्तर संबंध ही नहीं इमोशनल या आर्थिक लेन-देन भी हो सकता है जो पार्टनर से छुपाया गया हो। अच्छी बात है कि 70 फीसदी भारतीय महिलाएं अपने साथी को माफ कर सुधरने का मौका देती हैं, जबकि पुरुष इस मामले में दरियादिल नहीं हैं।
दुनिया के कई देशों में विवाहेत्तर संबंध अपराध
इंडोनेशिया ने विवाहेत्तर संबंध अपराध है। सोमालिया, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, फिलीपींस आदि में सजा का प्रावधान है। अमरीका के कुछ राज्यों में भी यह अवैध है। भारत में विवाहेत्तर संबंध अपराध माना जाता था, लेकिन 27 सितंबर, 2018 को सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने असंवैधानिक करार दिया। हालांकि विवाहेत्तर संबंध को अभी भी तलाक का आधार माना जा सकता है।
किस देश में कितनी बेवफाई (प्रतिशत)
देश | बेवफाई |
थाईलैंड | 51 |
डेनमार्क | 46 |
जर्मनी | 45 |
इटली | 45 |
फ्रांस | 43 |
भारत | 40* (अगर मौका मिले) |
भारत में उम्र के साथ बेवफाई दर (फीसदी)
उम्र | पुरुष | महिला |
18 | 4 | 1 |
26 | 8 | 7 |
30 | 9 | 8 |
35-36 | 14 | 11 |
58-60 | 25 | 14 |
70-80 | 13 | 5 |