इन लोगों को होगा फायदा
क्रेडिट सूचना तेजी से अपडेट होने का सबसे अधिक लाभ इन लोगों को होगा, जिन्होंने अपना लोन चुका दिया है। उनका क्रेडिट स्कोर अच्चा हो जाएगा, जिससे उन्हें दूसरा लोन सस्ती दरों पर मिलने में आसानी होगी। इससे बैंक भी ग्राहकों का बेहतर जोखिम मूल्यांकन करने में सक्षम होंगे।क्रेडिट स्कोर के आधार पर मिलता है Loan
बैंक से लोन लेते समय आमतौर पर संबंधित व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर (CIBIL) देखा जाता है। उसी के आधार पर तय होता है कि जरूरतमंद को कितना लोन मिलेगा, अथवा मिलेगा भी या नहीं। यदि क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है तो बैंक लोन देने में आना-कानी करते हैं। लोन और तमाम बिलों का समय पर भुगतान करने के बावजूद क्रेडिट स्कोर में सुधार नहीं होने के कई कारण हो सकते हैं।क्या करने से बचें
– कर्ज के लिए जगह-जगह यानी कई बैंकों में अर्जी डालने से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो जाएगा। – बहुत आवेदन करेंगे तो मान लिया जाएगा कि आप हर समय उधार मांगते हैं, जिससे ऋणदाता आपसे किनारा कर सकते हैं। – कर्ज देने वाली संस्थाएं आवेदकों के क्रेडिट प्रोफाइल देखकर ही तय करती हैं कि उन्हें कर्ज देना है या नहीं और कितना ब्याज वसूलना है।
ऐसे सुधारें क्रेडिट स्कोर
सेट करें ऑटो-डिबेट: लोन को जल्द सेटल करें। लोन-क्रेडिट कार्ड पेमेंट टाइमली करें। पेमेंट भूल जाते हैं तो ऑटो-डेबिट लगा सकते हैं। बकाया कर्ज को धीरे-धीरे कम करें। अनसिक्योर्ड लोन: छोटी अवधि में बार-बार लोन के लिए अप्लाई करने से बचें। यह क्रेडिट स्कोर पर असर डालता है। पर्सनल लोन जैसे अनसिक्योर्ड लोन ज्यादा नहीं होना चाहिए।