यह भी पढ़े – राकेश टिकैत ने कहा, “यूपी की जनता बीजेपी को वोट नहीं देंगी, फिर भी बीजेपी जीतेगी” पिछले 11 महीने से चल रहे किसान आंदोलन की वजह से संयुक्त किसान मोर्चा के साथ किसानों का एक वर्ग टीकरी बॉर्डर, गाज़ीपुर बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर जूता हुआ है। हाल ही में दिल्ली पुलिस ने टीकरी बॉर्डर और गाज़ीपुर बॉर्डर पर से बैरिकेडिंग, पत्थर, डिवाइडर्स और कंटीले तार हटाकर बॉर्डर खोलने की पहल कर दी। हालांकि सिंघु बॉर्डर को अभी नहीं खोला गया है। ऐसे में किसान आंदोलन को लगे झटके और इसे कमज़ोर होता देख टिकैत ने केंद्र सरकार को 26 नवंबर तक का अल्टीमेटम भी दिया। टिकैत ने कहा कि अगर सरकार ने 26 नवंबर तक कृषि कानून वापस नहीं लिया तो 27 नवंबर से किसान आंदोलन को और मज़बूत किया जाएगा। इसके लिए टिकैत ने सरकार को धमकी भी दी। इसी के चलते टिकैत ने इस बार दीपावली पर घर न जाने का फैसला लेते हुए बॉर्डर पर किसानों के साथ ही त्यौहार मनाने का ऐलान किया है।