राष्ट्रीय

Rajkot Gamezone Fire Incident: राजस्थान से पकड़ा गया चौथा आरोपी, गुजरात पुलिस द्वारा 7 लोगों पर दर्ज है केस

TRP Gamezone Fire accidents: पुलिस ने टीआरपी गेम जोन. गुजरात अग्निकाण्ड हादसे में फरार चल रहे एक और आरोपी को राजस्थान के सिरोही जिले के आबू रोड से गिरफ्तार कर लिया। मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

नई दिल्लीMay 28, 2024 / 12:11 pm

Akash Sharma

आरोपी धवलभाई

TRP Gamezone Fire accidents: पुलिस ने टीआरपी गेम जोन. गुजरात अग्निकाण्ड हादसे में फरार चल रहे एक और आरोपी को राजस्थान के सिरोही जिले के आबू रोड से गिरफ्तार कर लिया। इस प्रकार अब तक मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने घटना में सात लोगों पर केस दर्ज किया है। गुजरात पुलिस को सूचना मिली थी कि हादसे से जुड़ा आरोपी राजस्थान में हो सकता है। सोमवार रात करीब आठ बजे पालनपुर (गुजरात) की लोकल क्राइम ब्रांच (LCB) की टीम ने आबूरोड शहर पुलिस की मदद से सदर बाजार स्थित कपड़े की एक दुकान पर दबिश दी और यहां से आरोपी धवलभाई पुत्र भरतभाई ठक्कर को हिरासत में लिया। उसे सिटी थाने लाया गया और यहां से पालनपुर क्राइम ब्रांच की टीम उसे लेकर राजकोट रवाना हो गई।

क्या है मामला

राजकोट में अवैध रूप से संचालित गेम जोन में लगी भीषण आग से 12 बच्चों समेत 28 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में घायल कई लोग अब भी अस्पताल में जीवन व मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। गुजरात पुलिस ने मामले में सात लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें धवल ठक्कर, अशोक सिंह जडेजा, किरीट सिंह जडेजा, प्रकाशचंद हिरण, राहुल राठौड़, युवराज सिंह सोलंकी और मैनेजर नितिन जैन शामिल हैं।

राजस्थान और गुजरात के थानों में अलर्ट

पुलिस से तीन आरोपियों युवराज, राहुल और नितिन जैन को हादसे के बाद गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें सोमवार को कोर्ट पेश किया गया। कोर्ट ने 14 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया। पुलिस को अन्य आरोपियों की तलाश है। पुलिस को आशंका है कि आरोपी गुजरात से सटे राजस्थान में जा सकते हैं। इसलिए दोनों राज्यों की बॉर्डर से लगते थानों में अलर्ट किया गया है।

गुजरात हाईकोर्ट ने मांगा स्पष्टीकरण 

सोमवार को गुजरात हाईकोर्ट ने भी मामले मेें संज्ञान लेते हुए राजकोर्ट नगर निगम को कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने इसके लिए निगम आयुक्त को जिम्मेदार बताते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। कोर्ट नेे कहा था कि तीन साल से भी अधिक समय से गेम जाेेन निगम के नाक के नीचे अवैध रूप संचालित हो रहा था, लेकिन निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसी प्रकार कोर्ट ने पुलिस को भी फटकार लगाई। कोर्ट नेे कहा कि अवैध रूप से संचालित गेम जोन के बारे मेें पुलिस को क्यों जानकारी नहीं हुई, क्या सब सो रहे थे, या आंखें बंद कर रखी थी। बता दें कि अवैध रूप से संचालित गेम जोन के पास फायर NOC भी नहीं था। ये गेम जोन के लिए तय कई मापदंडों को पूरा नहीं कर रहा था, लेकिन प्रशासन ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

Hindi News / National News / Rajkot Gamezone Fire Incident: राजस्थान से पकड़ा गया चौथा आरोपी, गुजरात पुलिस द्वारा 7 लोगों पर दर्ज है केस

लेटेस्ट राष्ट्रीय न्यूज़

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.