रेलवे भर्ती बोर्ड के प्रवक्ता ने कहा कि ‘विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए रेलवे ने RRB NTPC के परिणामों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है जो दोनों पक्षों को सुनेगी। परिणामों पर पुनर्विचार के बाद ही दोबारा परीक्षाएँ आयोजित की जाएंगी।’
छात्रों का क्या है आरोप?
बता दें कि एनटीपीसी स्टेज 1 सीबीटी -1 के परिणाम 15 जनवरी को जारी किए थे। इसके बाद 705446 उम्मीदवारों को सीबीटी 2 परीक्षा के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था। इसपर छात्रों ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया है। हजारों छात्रों ने ये भी आरोप लगाया कि परीक्षा को दो स्तरीय बना दिया गया है जो एक मनमाना निर्णय है।
छात्रों का कहना है कि 2019 में भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया। आंदोलन के बाद 2021 में परीक्षा आयोजित हुई थीअब रिजल्ट के बाद दो चरणों में परीक्षा आयोजित करने की तिथि निकली गई है।
बिहार में मंगलवार को कई स्थानों पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं। रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा दो भागों में परीक्षा आयोजित करने के फैसले का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने रेलवे पटरियों पर धरना दिया। इससे ट्रेनों से आवाजाही प्रभवित हुई।
रेलवे ने चेताया
वहीं, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में छात्रों और पुलिस के बीच जबरदस्त झड़प भी देखने को मिली। इसके बाद रेलवे भर्ती बोर्ड ने छात्रों को चेताया था कि बर्बरता और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वालों को रेलवे में भर्ती होने से रोक दिया जाएगा।
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