रात 10 बजे से खड़े लोग
यात्रियों की भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग भी करना पड़ा। यह हालात सिर्फ स्टेशन के अंदर नहीं बल्कि बाहर भी थे। यात्रियों का कहना है कि दीवाली पर घर जाने के लिए कोई रात में 10 तो कोई 12 बजे से खड़ा है। 12 घंटों की कड़ी मेहनत के बाद लोग ट्रेन के अंदर घुस पा रहे हैं। इस दौरान लोग आपस मेे भी भीड़ रहे थे। इस बीच, अहमदाबाद में भीड़ बढ़ने से निपटने के प्रयास अभी भी जारी हैं। पश्चिमी रेलवे रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति ने शनिवार को अहमदाबाद डिवीजन के अधिकारियों से आग्रह किया कि वे घर लौटने की कोशिश कर रहे प्रवासी लोगों की बड़ी संख्या को ध्यान में रखते हुए ट्रेनों की संख्या बढ़ाएं।
मुंबई में एक यात्री हो गया घायल
भीड़ के दृश्य बहुत ही भयावह हैं, पुलिस यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही है। मुंबई में इसी तरह की एक घटना की सूचना मिली, आज सुबह बांद्रा टर्मिनस पर भगदड़ मच गई, जिसमें कई यात्री घायल हो गए। भगदड़ बांद्रा-गोरखपुर एक्सप्रेस के रवाना होने से पहले प्लेटफॉर्म 1 पर हुई। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अनुसार, प्लेटफॉर्म पर भीड़ के कारण नौ लोग घायल हो गए। घायलों को भाभा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है; दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।