बता दें कि, कांग्रेस ने पहले उद्घाटन की तिथि को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर सवाल उठाया था। दरअसल 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर का जन्मदिन है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या यह महज संयोग है या फिर किसी रणनीति के तहत किया जा रहा है।
कर्नाटक चुनाव में मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी फिर से अपने पुराने रास्ते को अपनाना चाह रही है। इसीलिए वीर सावरकर के जन्मदिन पर नए संसद भवन का उद्घाटन किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी इस उद्घाटन से हिंदुत्व और राष्ट्रवाद से जोड़कर जनता में यह संदेश देना चाहती है कि वो अभी भी अपने विचारधारा पर अड़ी हुई हैं।
राहुल गांधी के बयान पर BJP के अनुभवी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि संसद भवन बनाने में पूरा प्रयास नरेंद्र मोदी जी का है। नरेंद्र मोदी के कोई अच्छे काम राहुल गांधी को नहीं दिखते हैं। राहुल गांधी के मन में मोदी जी के प्रति सिर्फ जहर है।
नए संसद भवन के बारे में जानिए
नई संसद के लोकसभा में 888 सदस्यों और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है। अभी वाले संसद भवन में लोकसभा में 550 जबकि राज्यसभा में 250 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। बता दें कि, संसद की नई इमारत सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसके तहत नई दिल्ली स्थित देश के पॉवर सेंटर का नवीनीकरण किया जा रहा है।
इसके तहत केंद्रीय लोक निर्माण विभाग राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर की सड़क का नवीनीकरण, एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय का निर्माण, प्रधानमंत्री का एक नया कार्यालय और आवास, और एक नया उपराष्ट्रपति एन्क्लेव का निर्माण कर रहा है। जिसका उद्घाटन पीएम मोदी इस महीने की 28 तारीख को करने वाले हैं, जिस विपक्ष अब हमलावर हो गई है।