महिलाओं, मजदूरों और किसानों सहित सभी के लिए है ये बजट: अनुराग ठाकुर
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि “यह बजट गांव, गरीब, महिला, मजदूर, मध्यम वर्ग, नौजवान और किसान सभी के लिए है। 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर बनाए जाएंगे। इस बजट से देश के सभी क्षेत्रों व हर राज्य के लोगों को फायदा होगा। यह एक ऐसा बजट है जो भारत को आगे ले जाएगा। खेल बजट में 11% की वृद्धि हुई है जो अब कुल 3,397 करोड़ रुपए हो गए हैं। खेलो इंडिया गेम्स पर करीब 1,000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।”
रस्म अदायगी वाला बजट: सुखविंदर सिंह सुक्खू
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “यह सिर्फ एक रस्म अदायगी वाला बजट है। कई योजनाएं होनी चाहिए थी बेरोजगारी, मनरेगा से जुड़ी योजना होनी चाहिए थी। अगर सरकार चाहती तो एक स्पेशल ग्रांट देती क्योंकि हिमाचल पर 75,000 करोड़ का कर्ज़ है। पेशनधारियों के एरियर का साढ़े 5 हजार करोड़ रुपए का कर्ज़ और कार्यरत कर्मचारी का साढ़े 4 हजार करोड़ का कर्ज़ है।”
ऐतिहासिक और भविष्य की बुनियाद को मजबूत करने वाला बजट: नरेंद्र सिंह तोमर
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि “ये बजट बहुत ही ऐतिहासिक और भविष्य की बुनियाद को मजबूत करने वाला है। इस बजट में सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों का पर्याप्त ध्यान रखा गया है। सभी के लिए अनेक नए प्रावधान किए गए हैं। कृषि और कृषि शिक्षा का बजट इस बार करीब 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपए है।”
कांग्रेस सांसद व पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार निशाना साधते हुए पर कहा कि “वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहीं भी बेरोजगारी, गरीबी, असमानता या समानता जैसे शब्दों का जिक्र नहीं किया। बजट से पता चलता है कि सरकार लोगों की आजीविका, उनकी चिंताओं, अमीर और गरीब के बीच बढ़ती असमानता के बारे में परवाह नहीं करती है। इस बजट से किसे फायदा हुआ है? निश्चित रूप से, गरीब को नहीं, नौकरी की तलाश कर रहे युवा को नहीं, नौकरी से निकाले जाने वाले युवा को नहीं, करदाता को नहीं और गृहिणी को भी नहीं।”
विकास कराने वाला बजट: हरदीप सिंह पुरी
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि “ये विकास कराने वाला बजट है। पिछले 2 सालों में हमें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। आज हमें प्रधानमंत्री की दूरदर्शी नीतियों का धन्यवाद करना चाहिए। आज हम कोरोना से पहले वाली आर्थिक गतिविधि पर आ गए हैं। इसमें सरकारी नीतियों और बजट ने सहयोग किया है।”
निर्मला जी का निर्मम बजट: भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि “इसे निर्मला जी का निर्मम बजट कहा जा सकता है। इस बजट को चुनाव को देखते हुए बनाया गया है। इसमें किसी को कोई सहुलियत नहीं दी गई है। पहले एयरपोर्ट के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपए दिए गए और फिर उसे निलाम कर दिया गया। क्या उसी तर्ज पर रेलवे के लिए भी पैसा दिया जाएगा और उसे भी निजी हाथों में बेच दिया जाएगा?”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “ये बजट नए भारत की समृद्धि का नया संकल्प है। वर्तमान केंद्रीय बजट समाज के हर वर्ग की आशाओं और भारत जैसी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की समग्र उत्थान की अपेक्षाओं की पूर्ति करने वाला है। बजट भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।”
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि “पहले गणतंत्र दिवस से पंजाब गायब था अब देश के बजट से पंजाब गायब है। पंजाब बॉर्डर स्टेट है जिसके तहत BSF को अपग्रेड करने और राज्य के बाकी कार्य के लिए 1,000 करोड़ रुपए की मांग की गई थी लेकिन उसका कोई जिक्र नहीं किया गया। नई फसल पर कोई MSP नहीं दी गई। पराली जलाने की समस्या पर 1500 रुपए प्रति एकड़ केंद्र से मांगे गए थे।”
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि “यह बजट काफी सोचा समझा और देश को मज़बूती देने वाला बजट है। एक ऐसा बजट जो हर वर्ग की चिंता करता है। पूरा बजट रोजगार और अवसरों से भरा हुआ है। इंफ्रास्ट्रक्चर को देखते हुए रेलवे, एयरपोर्ट, पोर्ट सबको इसमें रखा गया है।”
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि “ये बजट निल बट्टा सन्नाटा है, बिहार के लिए कुछ नहीं है। केंद्र में बिहार के जितने सांसद हैं उन्हें शर्म से डूब जाना चाहिए। किसानों के लिए, रेलवे के लिए कुछ नहीं है। UPA की सरकार में बिहार को जितना दिया जाता था क्या इस सरकार ने दिया?। BJP धर्म की राजनीति से ध्यान भटका कर संविधान खत्म कर रही है।नाम बदलने के अलावा इन्होंने कुछ किया? इससे किसे रोजी-रोटी मिली?बिहार के लोगों को ठगने की कोशिश की गई है। मध्यम वर्ग महंगाई से परेशान है। टैक्स में छूट आंखों में धूल झोंकने के बराबर है।”