Diwali Holidays: इन राज्यों में दीवाली पर नहीं होती लंबी छुट्टियां, जानें क्या है कारण
Public Holiday: त्योहारों के चलते दिवाली, गोवर्धन (Goverdhan) और भाईदूज (Bhaidooj) के चलते कई राज्यों में 4 दिनों तक स्कूल-कॉलेज ( School Holidays) में छुट्टी घोषित कर दी गई है। भारत में ही कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां इन त्योहारों को लेकर कोई छुट्टी ही नहीं की गई है। आइए जानते हैं-
Public Holiday: दीवाली (Diwali 2024) का फेस्टिवल आने वाला है। देश दुनिया के ज्यादातर जगह इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। त्योहारों के चलते दिवाली, गोवर्धन (Govardhan) और भाईदूज (Bhaidooj) के चलते कई राज्यों में 4 दिनों तक स्कूल-कॉलेज ( School Holidays) में छुट्टी घोषित कर दी गई है। भारत में ही कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां इन त्योहारों को लेकर कोई छुट्टी ही नहीं की गई है। इस साल भी कई राज्यों में दीपावली की छुट्टी नहीं दी गई है। इसके कई कारण हैं। इन राज्यों में सांस्कृतिक विविधता के चलते विशेष छुट्टी (Special Holidays) का प्रावधान नहीं किया गया या फिर नाममात्र की छुट्टी की गई है। आइए जानते हैं किन-किन राज्यों में दिवाली की छुट्टियां नहीं दी गई हैं।
सांस्कृतिक विविधता के चलते कई राज्यों ने विशेष छुट्टी का प्रावधान नहीं किया गया या फिर नाममात्र की छुट्टी की गई है।इसी कारण प्रमुख रूप से जम्मू और कश्मीर, केरल, असम, हिमाचल प्रदेश, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड आदि जैसे राज्यों में छुट्टी नहीं की गई है।
जम्मू और कश्मीर (Jammu And Kashmir) जम्मू और कश्मीर जैसे पहाड़ी इलाकों में भी दीवाली की छुट्टी नहीं होती। यहां के लोग अपनी स्थानीय परंपराओं और त्योहारों को प्राथमिकता देते हैं। हालांकि, यहां भी कई लोग दिवाली का पर्व मनाते हैं। लेकिन यहां आम तौर पर सरकारी छुट्टी के रूप में मान्यता प्राप्त नहीं है।
केरल (Kerala) केरल में दिवाली का प्रभाव कम ही नजर आता। है। केरल राज्य में केवल एक नवंबर को एक ही दिन की छुट्टी दी गई है। बाकी के त्योहार गोवर्धन और भाईदूज की यहां के स्कूलों में कोई छुट्टी नही है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड (Himachal Pradesh Aur Uttrakhnad) हिमाचल प्रदेश में भी दीपावली पर कोई विशेष छुट्टी नहीं होती है। उत्तराखंड में दिवाली के मद्देनजर 1 नवंबर की छुट्टी है। साथ ही 3 को रविवार है तो ऐसे में 4 को स्कूल कॉलेज आदि खुलेंगे।
मेघालय और अरुणाचल प्रदेश (Meghalaya And Arunachal Pradesh) अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में अन्य त्योहारों का महत्व अधिक होता है। मेघालय के उच्च पर्वतीय इलाकों में स्थानीय आदिवासी संस्कृतियों की अपनी विशेषताएं हैं।