जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों पर भारतीय ओलंपिक संघ अध्यक्ष पी.टी. उषा ने क्या कहाकि, जिसके बाद पहलवान नाराज हो गए। पी.टी. उषा ने कहाकि, अगर उन्हें कोई समस्या है तो उन्हें हमारे पास आना चाहिए था, हमसे बात करनी चाहिए थी। हमारे पास आने की बजाय वे सड़क पर उतर गए हैं, ये खेल के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि, पहलवानों का सड़कों पर प्रदर्शन करना अनुशासनहीनता है और इससे देश की छवि ख़राब हो रही है।
पी.टी. उषा ने इसके अलावा, भारतीय कुश्ती संघ को चलाने के लिए तीन सदस्यीय पैनल के गठन का ऐलान किया। इसमें पूर्व निशानेबाज़ सुमा शिरूर, वुशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बाजवा और हाईकोर्ट के एक रिटायर्ड जज सदस्य होंगे। जज का नाम अभी तय नहीं है।
पीटी उषा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, एक महिला खिलाड़ी हो कर वे ऐसी बात कर रही हैं। ये बात सुनकर बहुत दुख हुआ। हम उनसे प्रेरित होते रहे हैं। हमने कहां अनुशासनहीनता कर दी। हम तो शांति से बैठे हैं। हमें ये मजबूरन करना पड़ रहा है।
विनेश फोगाट ने कहा, हम देश के संविधान को फॉलो करते हैं। लेकिन अगर हम सड़क पर बैठे हैं तो हमारी कुछ मजबूरी है। क्योंकि हमारी किसी ने बात नहीं सुनी। ऐसे में हमें जनता के सामने आना पड़ा। पीटी उषा को हम अपना बड़ा आइकन मानते हैं। उनका महिलाओं के प्रति ऐसे बोलना, बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं होना, काफी दुखद है।