विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के 70 साल के शासनकाल में भारत-ब्रिटेन के संबंध “बेहद विकसित, फले-फूले और मजबूत हुए हैं”। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने राष्ट्रमंडल के प्रमुख के रूप में दुनिया भर के लाखों लोगों के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
19 सितंबर को दोपहर 3:30 बजे होगा महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बे में होगा, जिसमें दुनियाभर के 2 हजार से अधिक अतिथि शामिल होंगे। भारतीय समय के अनुसार महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को दोपहर 3:30 बजे होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा था कि दुनिया ने एक महान शख्सियत खो दी है। एक युग बीत चुका है जब उन्होंने अपने देश को 7 दशकों से अधिक समय तक चलाया। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि मैं UK के लोगों को दुख को शेयर करती हूं और महारानी के परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने संभालकर रखा था महात्मा गांधी का रूमाल
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने महात्मा गांधी के द्वारा उपहार के रूप में दिए गए रूमाल को संभालकर रखा था, जिसके बारे में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट करके यह बात बताई।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने महात्मा गांधी के द्वारा उपहार के रूप में दिए गए रूमाल को संभालकर रखा था, जिसके बारे में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट करके यह बात बताई।
यह भी पढ़ें