संसद भवन में देश के महापुरुषों और महान स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाओं के लिए ‘प्रेरणा स्थल’ का निर्माण किया गया है। जिसका उद्घाटन उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ करेंगे। ‘प्रेरणा स्थल’ में स्वतंत्रता सेनानियों और अन्य नेताओं की सभी मूर्तियां रखी जाएंगी। जिन्हें पहले संसद परिसर में अलग-अलग स्थानों पर रखा गया था।
यह बहुत प्रशंसनीय कार्य- रविशंकर प्रसाद भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि संसद परिसर में एक प्रेरणा स्थल स्थापित किया जा रहा है, जिन महान देशभक्तों ने आजादी की लड़ाई में अपने जीवन को कुर्बान किया। उन सभी की जीवनी, मूर्ति, तस्वीर लगाकर आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देने के लिए इसका निर्माण किया जा रहा है। यह बहुत प्रशंसनीय कार्य है।
भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि मैं विशेष रूप लोकसभा सचिवालय का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने ‘प्रेरणा स्थल’ का निर्माण करवाया। लोकसभा में विभिन्न स्थानों पर देश की महान हस्तियों की मूर्ति लगी हुई थी। जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में, देश की संस्कृति में, देश के इतिहास में विशेष योगदान दिया है। लेकिन, वह मूर्तियां अलग-अलग स्थानों पर होने के कारण कोई भी पर्यटक लोकसभा आते हैं तो मूर्तियों को नहीं देख पाते हैं। आज प्रेरणा स्थल का निर्माण करके और एक ही स्थान पर महान हस्तियों की मूर्ति स्थापित किया गया, इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष और लोकसभा सचिवालय के सभी सदस्य का धन्यवाद करता हूं।
विदेश के लोग महापुरुषों के बारे में जान सकेंगे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि इस ‘प्रेरणा स्थल’ से भारत के लोग जानकारी ले सकेंगे। विदेश के वे लोग जो भारत के लोकतंत्र को देखने आना चाहते हैं, इसमें प्रेरणा स्थल से भारत के विषय में जान सकेंगे। हमारी नई पीढ़ियां भी इन महापुरुषों के योगदान और उनकी जानकारी ले सकेंगी।
सरकार ने प्रदर्शन को रोकने के लिए फरमान जारी किया सरकार के इस फैसले पर विपक्षी पार्टियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र ने उनके प्रदर्शन को रोकने के लिए इस तरह का फरमान जारी किया है। दरअसल, संसद भवन से 13 महान हस्तियों की मूर्ति हटाने का निर्देश जारी किया गया, जिनमें महात्मा गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर, मोतीलाल नेहरू, छत्रपति शिवाजी महाराज समेत कई महान स्वतंत्रता सेनानी शामिल हैं।