जम्मू-कश्मीर को लेकर चुनाव आयोग ने दिए खास निर्देश निर्वाचन आयोग के मुताबिक इसके अतिरिक्त, निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के बाद एक नए सदन के गठन के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की विधानसभा के लिए आम चुनाव भी कराए जाने हैं। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में जम्मू-कश्मीर के लोगों की भारी भागीदारी को देखते हुए आयोग ने 1 जुलाई 2024 को अर्हक तिथि मानते हुए मतदाता सूचियों को अपडेट करने के भी निर्देश दिए हैं।
घर-घर जाकर जानकारी इकट्ठा करेंगे अधिकारी आयोग ने सभी पात्र नागरिकों का मतदाता सूची में नामांकन व चुनावों में मतदान के लिए हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र तथा संघ शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए बूथ स्तर के अधिकारी अपने अधिकार क्षेत्र में घर-घर जाकर जानकारी एकत्र करेंगे। गैर-नामांकित पात्र नागरिक को मतदाता सूची में जोड़ा जाएगा। आयोग मतदान केंद्रों के विवेकीकरण के लिए भी प्रयास कर रहा है। इससे मतदाताओं की सुविधा के लिए मतदान केंद्रों को और भी छोटी बस्तियों के करीब लाया जा सकेगा।
मतदाता सूची में नाम न छूटे इस पर है आयोग की नजर आयोग ने प्रदेशों के सीईओ को मतदान केंद्रों के युक्तिकरण के चल रहे अभ्यास के दौरान व्यापक सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया। ताकि उन शहरी क्षेत्रों की पहचान की जा सके, जहां ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियां और ऊंची आवासीय इमारतें स्थित हैं। मतदाता सूची में विसंगतियों को दूर किया जाएगा। आयोग के मुताबिक कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची में शामिल होने के अपने अधिकार से वंचित न रहे, इसकी कोशिश की जा रही है। आयोग ने सभी पात्र नागरिकों से अपील की है कि यदि अभी तक उनका नाम दर्ज नहीं हुआ है, तो वे मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने के लिए आगे आएं और आगामी चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करें।