पति के गुहार लगाने के बाद भी नहीं मिली जगह
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पंजाब के दप्पर शहर का रहने वाला एक आदमी पत्नी दर्द होने के बाद अस्पताल पहुंचाने के लिए दर-दर भटक रहा था। किसी तरह अस्पताल पहुंचने के बाद महिला को स्ट्रेचर तक लाने तक के लिए कोई तैयार नहीं था। आखिरकार महिला ने अस्पताल के गेट के पास सड़क पर खुले में बच्चे को जन्म दिया। खबर फैलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई और आखिरकार मां और बच्चे को अंदर ले जाया गया और एक वार्ड में रखा गया।
अस्पताल कर्मचारियों से विश्वास उठ गया
वहीं, इस पूरे मामले में महिला के पति ने कहा कि यह भगवान ही थे, जिन्होंने उन्हें बचायाय। उन्होंने कहा, “मैं डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों को भगवान मानता था, लेकिन इस घटना के बाद मेरा इन अस्पताल कर्मचारियों पर से विश्वास उठ गया है।
अनिल विज ने दिए जांच के आदेश
महिला की डिलीवरी अस्पताल के गेट के बाहर होने की खबर जैसे ही अस्पताल प्रशासन को मिली, वहां अफरा-तफरी मच गई। वहीं, मामले की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज तक पहुंची तो उन्होंने कहा कि घटना की जांच करवाई जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी। वहीं इस मामले में अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। शहर के सिविल अस्पताल की प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर संगीता सिंगला ने कहा, रिपोर्ट कुछ दिनों में उपलब्ध होगी।