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प्रशांत किशोर BPSC प्रदर्शनकारियों में शामिल हुए, छात्रों के साथ बिहार सरकार के ‘लाठी-तंत्र’ व्यवहार की आलोचना की

Prashant Kishore joins BPSC protestors: जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा, “बिहार लोकतंत्र की जननी है और अगर यहां के छात्रों को अपनी बात कहने का अधिकार नहीं है, तो यह ‘लाठीतंत्र’ बन रहा है, इसलिए हम छात्रों के साथ हैं।

पटनाDec 29, 2024 / 05:14 pm

Akash Sharma

Prashant Kishore joins BPSC protest

Prashant Kishore joins BPSC Protest: जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ शामिल हुए और बिहार सरकार द्वारा छात्रों के साथ किए जा रहे व्यवहार की निंदा की। बिहार सरकार पर लोकतंत्र को “लाठीतंत्र” में बदलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने छात्रों के सार्वजनिक स्थानों पर विरोध करने के अधिकार पर जोर दिया।


BPSC अभ्यर्थियों की ये हैं मांगें

बता दें कि पटना के गांधी मैदान में BPSC के अभ्यर्थी अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं। उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (SDM) गौरव कुमार भी गांधी मैदान पहुंचे, जहां BPSC के अभ्यर्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करने की मांग कर रहे हैं। BPSC की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा (BPSC 70th PT Exam 2024) में गड़बड़ी का आरोप लगात हुए अभ्यर्थी परीक्षा कैंसिल और री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं। जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को BPSC परीक्षाओं को लेकर आंदोलनरत अभ्यर्थियों से मुलाकात की थी और उन्हें अपने आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए रणनीति बनाने का आह्वान किया। प्रशांत किशोर ने छात्रों और उनके अभिभावकों से रविवार को बड़ी संख्या में गांधी मैदान पहुंचने की अपील की थी, ताकि आंदोलन के अगले चरण की योजना बनाई जा सके और छात्रों की मांगों ले लिए आवाज उठाई जा सके।
पटना के गांधी मैदान में BPSC के अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन की तस्वीर

हम छात्रों के साथ हैं- प्रशांत किशोर

मीडियाकर्मियों से बात करते हुए जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा, “हम विरोध प्रदर्शन करने नहीं जा रहे हैं। छात्र वहां बैठे हैं, हम उनसे मिलने जा रहे हैं। गांधी मैदान एक सार्वजनिक स्थान है, लोग वहां हर दिन जाते हैं। अगर छात्रों के पास कोई जगह नहीं है, तो वे किसी सार्वजनिक स्थान पर जाएंगे। मुझे नहीं पता कि सरकार ने इसे अपनी प्रतिष्ठा का सवाल क्यों बना लिया है, कहीं न कहीं वे खुद को नुकसान पहुंचा रहे हैं।” प्रशांत किशोर ने आगे कहा, “बिहार लोकतंत्र की जननी है और अगर यहां के छात्रों को अपनी बात कहने का अधिकार नहीं है, तो यह ‘लाठीतंत्र’ बन रहा है, इसलिए हम छात्रों के साथ हैं।”

सीए नीतिश कुमार से मिलने को लेकर बनी सहमती

प्रशांत किशोर ने छात्र संसद के जरिए ये बता दिया है की बीपीएससी परीक्षा मामले में वो छात्र के साथ जाकर मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से मुलाकात करेंगे। ऐसे में अब देखने वाली बात यह होगी की सीएम नीतीश जब दिल्ली से पटना आते हैं, तो इस मामले को लेकर वो छात्र नेता या प्रशांत किशोर से मिलते है या नहीं।

पुलिस ने SFI सदस्यों को हिरासत में लिया

इससे पहले, शनिवार को दिल्ली पुलिस ने पटना में BPSC उम्मीदवारों पर लाठीचार्ज के खिलाफ बिहार भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के सदस्यों को हिरासत में लिया। पटना में प्रदर्शनकारी छात्र 13 दिसंबर को बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की ओर से आयोजित एकीकृत संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा (CCE) 2024 को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। 
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