पोस्टर हटाने का किया विरोध
बता दें कि जैसे ही क्षेत्र में तनाव कम होता दिखाई दिया, दूसरे समुदाय के कुछ युवकों ने सोशल मीडिया पर बैनर हटाए जाने का विरोध करना शुरू कर दिया। उन्होंने सवाल किया कि औरंगजेब का बैनर क्यों हटा दिया गया जबकि वीर सावरकर का बैनर बिना छुए ही छोड़ दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि वे अपने बैनर को हटाए जाने को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
बेलगावी में कानून व्यवस्था के लिए पुलिस उपायुक्त ने बढ़ती चिंताओं को संबोधित करने के लिए एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि 3 नवंबर को औरंगजेब की जयंती थी, कुछ व्यक्तियों ने बिना अनुमति के सार्वजनिक संपत्ति पर पोस्टर लगाए। निगम ने उन्हें हटा दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है और वे जिम्मेदार लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। “सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जा रहा है और सब कुछ नियंत्रण में है। निगम आगे की कार्रवाई करेगा।”
BJP ने की आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
बीजेपी ने इस मामले में आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की बात कही है। बीजेपी ने कहा कि इस तरह के विवादित पोस्टरों को लगाने से समाज में शांति और सद्भावना को खतरा हो सकता है। इस तरह की हरकत देश की एकता और अखंडता के खिलाफ है।