तेज गति और आधुनिक सुविधाओं से लैस
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का सफर तेज गति और आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इनमें स्वचालित दरवाजे, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, वातानुकूलित कोच और आरामदायक सीटें शामिल हैं। ये ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने की क्षमता रखती हैं, जिससे लंबी दूरी की यात्रा में समय की बचत होगी। इसके अलावा, वंदे मेट्रो का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में छोटी दूरी की यात्राओं को सुगम बनाना है। यह ट्रेनों का डिजाइन वंदे भारत के समान ही होगा, लेकिन यह मेट्रो ट्रेनें विशेष रूप से कम दूरी के रूटों के लिए होंगी।वंदे भारत ट्रेनों और वंदे मेट्रो की सौगात
पीएम मोदी द्वारा वंदे भारत ट्रेनों का संचालन और वंदे मेट्रो की शुरुआत न केवल भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि इससे देश के विभिन्न हिस्सों में आर्थिक गतिविधियों को भी बल मिलेगा। इन ट्रेनों से राज्य और शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी स्थापित होगी, जिससे लोगों की यात्रा अधिक सुविधाजनक और तीव्र हो सकेगी।पीएम मोदी आज झारखंड के दौरे पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 से 17 सितंबर के बीच झारखंड, गुजरात और ओडिशा में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। रविवार को वे झारखंड के टाटानगर रेलवे जंक्शन से टाटानगर-पटना वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। बाकी पांच ट्रेनें – भागलपुर-हावड़ा, ब्रह्मपुर-टाटानगर, गया-हावड़ा, वैघनाथ धाम-वाराणसी और राउरकेला-हावड़ा – को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रवाना करेंगे, जिससे इन राज्यों के बीच यात्रा की सुविधा बढ़ेगी।भुज-अहमदाबाद के बीच देश की पहली वंदे मेट्रो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को गुजरात में भुज-अहमदाबाद के बीच देश की पहली वंदे मेट्रो के साथ नागपुर-सिकंदराबाद, आगरा कैंट-बनारस, रायपुर-विशाखापटनम, पुणे-हुबली, और वाराणसी-नई दिल्ली के बीच नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। ये सेमी हाई स्पीड ट्रेनें तीर्थ और पर्यटक स्थलों को जोड़ेंगी, जिससे यात्रा सरल और तेज़ होगी। अधिकारी के अनुसार, इससे तीर्थाटन और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यात्रियों की यात्रा के अनुभव में सुधार होगा। यह भी पढ़ें
नशे में धुत डॉक्टर ने किया रेप का प्रयास, नर्स ने काट डाला प्राइवेट पार्ट, और फिर…
परिवहन में क्रांतिकारी बदलाव
इस कदम से रेलवे के बुनियादी ढांचे का विकास होगा और देश के बड़े और छोटे शहरों में यात्रा सुविधाओं में सुधार आएगा। वंदे मेट्रो जैसी योजनाओं से शहरी परिवहन में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे और यातायात की भीड़ को कम करने में मदद मिलेगी। इससे प्रदूषण में कमी और ऊर्जा की बचत होगी। यह भी पढ़ें