राष्ट्रीय

‘रुको-सोचो-एक्शन लो’ PM Modi ने देशवासियों को ‘डिजिटल अरेस्ट’ से बचने के तरीके बताए

PM Modi के मन की बात कार्यक्रम का 115वां एपिसोड प्रसारित हुआ। इस दौरान उन्होंने कई विषयों पर बातचीत की। साथ ही उन्होंने इस दौरान Digital Arrest का भी जिक्र किया और इसे चिंता का विषय बताते हुए इससे बचने का उपाय भी बताया है।

नई दिल्लीOct 27, 2024 / 03:17 pm

Devika Chatraj

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (PM Modi) अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) के 115 वें एपिसोड में देशवासियों को ‘डिजिटल अरेस्ट’ (Digital Arrest) को लेकर सजग रहने की नसीहत दी। उन्होंने साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) से बचने के लिए ‘रुको-सोचो-एक्शन लो’ का मंत्र भी दिया है। पीएम मोदी ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ के बारे में बताने से पहले इससे जुड़ा एक वीडियो दिखाया, जिसके माध्यम से उन्होंने बताया कि ‘डिजिटल अरेस्ट’ की घटनाएं कैसे होती हैं। उन्होंने बताया कि फ्रॉड करने वाले पुलिस (Police), सीबीआई (CBI), नारकोटिक्स (Narcotics) या आरबीआई (RBI) के अधिकारी बनकर लोगों को डराते हैं। इस खतरनाक खेल समझना और समझाना बहुत जरूरी है।

PM मोदी ने बताए फ्रॉड के दाव

प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल अरेस्ट का फरेब करने वालों के बारे में कहा कि उनका पहला दांव होता है कि ये आपकी सारी व्यक्तिगत जानकारी जुटा कर रखते हैं। उनका दूसरा दांव भय का माहौल पैदा करने का होता है। यह फोन कॉल पर इतना डरा देंगे कि आप कुछ सोच ही नहीं पाएंगे। वहीं फ्रॉड करने वालों का तीसरा दांव समय का अभाव दिखाते हैं, ये इतना मनोवैज्ञानिक दबाव बनाते हैं कि इंसान डर जाता है और डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो जाता है।

कौनसी उम्र के लोग हो रहे शिकार?

प्रधानमंत्री ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट का शिकार हर उम्र के लोग हो रहे हैं और डर की वजह से अपनी मेहनत से कमाए हुए लाखों रुपए गंवा रहे हैं। ऐसे में कभी भी आपको इस तरह के कॉल आए तो डरना नहीं है। आपको पता होना चाहिए कि कोई भी जांच एजेंसी फोन या वीडियो कॉल के माध्यम से इस तरह पूछताछ कभी नहीं करती।

बढ़ाई अवेयरनेस

पीएम मोदी ने डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए तीन चरणों के बारे में बताया। उन्होंने ‘रुको-सोचो-एक्शन लो’ का मंत्र समझाया। बोले, पहले चरण में रुकना चाहिए और व्यक्तिगत जानकारी नहीं साझा करनी चाहिए। अगर, संभव हो तो स्क्रीनशॉट या रिकॉर्डिंग कर लेनी चाहिए। दूसरे चरण में सोचना और समझना चाहिए कि कोई भी सरकारी एजेंसी फोन पर ऐसे धमकी कभी भी नहीं देती और वीडियो कॉल से पूछताछ करके पैसे की मांग नहीं करती। अगर डर लगे तो समझिए कि कुछ गड़बड़ है। वहीं तीसरे चरण में ऐसे फ्रॉड पर एक्शन लेना चाहिए। साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर डायल करके इसकी सूचना देनी चाहिए और ‘साइबरक्राइम.जीओवी.इन’ मेल पर रिपोर्ट करनी चाहिए।
ये भी पढ़े: बेहद खराब श्रेणी में दिल्ली का AQI, सुबह छाई धुंध की चादर

संबंधित विषय:

Hindi News / National News / ‘रुको-सोचो-एक्शन लो’ PM Modi ने देशवासियों को ‘डिजिटल अरेस्ट’ से बचने के तरीके बताए

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.