वही इस दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय ओमिक्रोन के नए मरीजों,इसके लक्षण और ओमिक्रॉन की संक्रामकता के बारे में जानकारी देगा। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में यह भी बताया जाएगा कि राज्यों के साथ मिलकर कैसे हालात से निपटने की योजना बनाई जा रही है। वहीं इस वेरिएंट को फैलने से रोकने के लिए क्या कदम उठाने जरूरी हैं। बता दें कि भारत में अब तक ओमिक्रोन वेरिएंट के 250 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र ओमिक्रॉन वेरिएंट से सबसे अधिक प्रभावित है। राज्य में अब तक ओमिक्रॉन के 65 मामलों की पुष्टि हुई है। वहीं राजधानी दिल्ली में अब तक कोरोना के 64 मामले सामने आए हैं। अच्छी बात यह है कि देश में अब तक ओमिक्रॉन के 104 मरीज स्वस्थ्य भी हुए हैं।
ओमिक्रॉन से तीन गुना संक्रामक है डेल्टाबता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ओमिक्रॉन को लेकर विशेषज्ञों से मिल रही चेतावनी से परेशान है। बीते दिन मंत्रालय की ओर से राज्यों को एक चिट्ठी लिखी गई थी, जिसमें कहा गया कि ओमिक्रॉन को हल्का वेरिएंट समझना गलती हो सकती है। ओमिक्रॉन पहले पाए गए डेल्टा वेरिएंट से तीन गुना अधिक संक्रामक है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को स्थानीय और जिला स्तर पर प्रबंधन का निर्देश दिया।
ओमिक्रॉन से कोरोना की तीसरी लहर की आशंका केंद्र सरकार ने कहा कि जरूरत पड़ें तो नाइट कर्फ्यू लगाएं, ‘वार रूम’, सक्रिय कर लें, सक्रिय कदम उठाएं और आयोजनों और शादियों में लोगों की संख्या सीमित कर दीजिए, जिससे ओमिक्रॉन के फैलने से रोका जा सके। बता दें कि विशेषज्ञ कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जाहिर कर रहे हैं।